सूरजपुर में जल जीवन मिशन योजना का बुरा हाल, कई गांव में काम अधूरा छोड़कर चले गए मजदूर, अफसर भी नहीं दिखा रहे दिलचस्पी

Surajpur News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जल जीवन मिशन का बुरा हाल है। दरअसल, जिला मुख्यालय के नजदीक के कुछ गांव में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत पानी टंकी का निर्माण कराया जा रहा है, जो वर्तमान में निर्माणाधीन है। मतलब साफ है कि इस वर्ष गर्मी के मौसम में जल जीवन मिशन योजना के तहत मिलने वाला जल ग्रामीणों को नसीब नहीं हो सकेगा। वहीं ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन के काम में जमकर लापरवाही भी बरती गई है, जो इंसानों के साथ मवेशियों की जान पर आफत बन सकती है। वहीं जिम्मेदार लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग के अफसरों से इस संबंध में जानकारी लेने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया जाता है, तो उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया जाता है। ऐसे पीएम मोदी का 2024 तक हर घर में नल से जल पहुंचाने का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है।

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दरअसल, जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत रामपुर, रामनगर गांव में पानी टंकी का निर्माण लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है, लेकिन रामनगर के पतरापारा और रामपुर गांव में पिछले महीनेभर से पानी टंकी का निर्माण कार्य बंद है। स्थानीय लोगों ने चर्चा के दौरान बताया कि टंकी निर्माण में लगे मजदूर बिहार, ओडिशा जैसे राज्यों से आए थे, जो अचानक चले गए। वहीं इन गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के दिनों में जलस्तर काफी नीचे चला जाता है। जिससे नल भी जवाब दे जाते है, इसके बाद मजबूरन कुएं का पानी पीना पड़ता है, जिससे बीमारियों का खतरा बना रहता है। वहीं रामपुर गांव में पानी टंकी को अंतिम स्टेज में छोड़कर मजदूर चले गए है। जिसके बाद अब नया खतरा यह उत्पन्न हो गया है कि आसपास के बच्चे उक्त टंकी में चढ़कर खेलते रहते है। ऐसे में किसी भी बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।

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गौरतलब है कि रामपुर, रामनगर, रूनियाडीह, सरस्वतीपुर गांव में नल जल योजना के तहत पाइपलाइन का विस्तार किया गया और घर-घर में प्लेटफॉर्म बनाकर और नल लगाया गया गया है, जो वर्तमान में शो पीस बनकर रह गया है, क्योंकि पानी टंकी का निर्माण नहीं हो सका है, और इस सत्र में निर्माण कार्य पूरा हो सकेगा या नहीं ये भगवान भरोसे है। इसके अलावा गांव गांव में पाइपलाइन का विस्तार करने के लिए जेसीबी के माध्यम से सड़कों के किनारों को खोदा गया, लेकिन पाइप बिछाने के बाद गड्ढों को ठीक से नही भरा है। पानी गिरने के बाद मिट्टी अंदर धंस जाने से नाली का रूप ले चुका है। बारिश के दिनों में जल जीवन मिशन योजना के नाली में पानी भरने के बाद कई मवेशी फंस चुके है।

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बता दें कि, रूनियाडीह गांव में अबतक पानी टंकी का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। वहीं पाइपलाइन बिछाने, और पानी के लिए प्लेटफॉर्म बनाने का काम भी आधा अधूरा है। ऐसे में रुनियाडीह गांव के ग्रामीणों ने गर्मी के दिनों में जल संकट को लेकर चिंता जाहिर करते हुए जल जीवन मिशन योजना को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की है। ग्रामीण राजवंश राजवाड़े ने बताया कि गांव में कुछ लोगों के यहां नल लगाया गया है, जबकि गांव के आधे से ज्यादा लोगों ने यहां नल लगा ही नहीं है। उन्होंने बताया कि गर्मी के दिनों में जलस्तर नीचे चला जाता है तो पानी की दिक्कत होती है, नल से साफ पानी नहीं निकलता है। इसके बाद कुएं का पानी पीना मजबूरी बन जाता है।

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