कांग्रेस का धिक्कार दिवस : रमन सरकार के 12 बरस पर उठे सवाल

अम्बिकापुर

रमन सरकार के बारह साल पूरे होने पर एक तरफ जंहा खुद रमन सरकार अपनी उपल्बधियो से फूले नही समां रहे है….   तो वही विपक्षी दल कांग्रेस आज के दिन को धिक्कार दिवस के रुप में मना रही है । पूरे प्रदेश के साथ ही जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में भी जिला कांग्रेस कमेटी के बनैर तले कांग्रेस कार्यकर्ताओ नें आज धिक्कार दिवस मनाया गया।

कांग्रेस द्वारा मनाए जा रहे इस विशेष दिवस के अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष अजय अग्रवाल की अगुवाई में शहर के गांधी चौक में एकत्र हुए। इस दौरान यंहा पर एक धरना सभा का आयोजन किया.. जिसमें उपस्थित कांग्रेस पदाधिकारी और वरिष्ठ कांग्रेसियो नें मंच के माध्यम रमन सरकार की विपलता का गुणगान किया ।

सधिक्कार दिवस पर सुनिए कांग्रेस नेताओ की…….

 

कांग्रेज जिला अध्यक्ष अजय अग्रवाल नें पिछले 12 वर्षो में रमन सरकार को कृषि, रोजगार , शिक्षा, और विकास जैसे सभी मोर्चे में विफल बताया। और सरकार को उखाड फेंकने तक ऐसे जमीनी आंदोलन करते रहने की चेतावनी दी।श्री अजय अग्रवाल ने कहा कि ये सरकार तो अपने 12 वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने की खुशी में गौरव दिवस मनाने वाली थी, लेकिन तभी आरएसएस डण्डा का चला और सरकार से पुछा गया किस बात की गौरव मना रहे हो, नान घोटाला का या गर्भाष्य काण्ड का, महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार का या फिर किसानों के आत्महत्या पर, कहीं शिक्षामंत्री की पत्नी की जगह दूसरी महिला परीक्षा दे रही थी उसका तो गौरव नहीं मना रहे।

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक ने कहा कि जब सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त हो और यह फैसला ले कि गौरव दिवस मनाना है, तब धिक्कार दिवस मनाने की आवश्यकता पड़ी है। जब नान घोटाले में मुख्यमंत्री का परिवार खुद संलिप्त हो और मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता भुल जायें, सरकार के मंत्री महिला कर्मचारियों के साथ दुव्र्यवहार करें, शिक्षा मंत्री की पत्नी के स्थान पर जब कोई दूसरी महिला परीक्षा दे और सरकार अपनी नैतिकता भुल जाये तब धिक्कार दिवस मनाने की आवश्यकता पड़ी है।

नगर निगम सभापति शफी अहमद ने कहा कि 12 वर्षों में जिस सरकार की शिक्षा व्यवस्था ने ऐसे युवक और युवतियों इस लायक नहीं बनाया कि वे स्कूल में अध्यापन कार्य करा सकें, वो सरकार यदि गौरव दिवस मनाने की बात करे तो उसे चुल्लु भर पानी में डूब मरना चाहिए। जो सरकार तहसील स्तर पर दो कमरे में सरकारी काॅलेज चलाये और जिसके एक भी मेडिकल काॅलेज मानक की पूर्ति न कर सके वह गौरव दिवस मनाने की बात करें तो शर्म आती है, धिक्कार ऐसी सरकार को जो अपनी विफलता पर गौरव दिवस मनाने की बात करती है। सुरक्षा की व्यवस्था का हाल बुरा है, महिलाओं के साथ आये दिन दुव्र्यवहार हो रहा है, सरकारी छात्रावासों में गुरूकुल से लेकर झलीयामाड़ी तक क्या हो रहा है सबको पता है, इसके बावजुद सरकार गौरव दिवस मनाने की योजना बनाये तो धिक्कार है ऐसी सरकार को।