स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही… एक्सपायर होने से पहले दवा फेंक दी कूड़ेदान में..

दीपक खरे, सतना। जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल रामपुर बघेलान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रखी गई दवाइयां एक्सपायर होने से पहले कूड़ेदान में फेंक दिया गया। शासन के पैसों का दुरुपयोग किया गया। वहीं खुले आसमान के नीचे दवा फेक देने से संक्रमण जैसी बड़ी बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता हैं। जिले के स्वास्थ्य अधिकारी ने भी इसे खुद बड़ी लापरवाही बताया हैं और इस मामले पर कड़ी कार्यवाही की बात भी कही है।

मध्य प्रदेश सरकार का एक ओर गरीबों के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन इन दावों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है। जी हां! हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के सतना जिले के रामपुर बघेलान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जहां पर आज बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही यह तस्वीरें खुद बयां कर रही है। एक्सपायरी डेट के पहले ही दवाइयों को अस्पताल से बाहर खुले आसमान के नीचे फेंक दिया गया।

अगर कोई भी मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए जाता है, तो उसका उपचार भी समय पर नहीं किया जाता और दवाइयों के लिए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है, लेकिन शासन की ओर से आने वाली दवाइयों को एक्सपायरी डेट के पहले ही खुले आसमान के नीचे कूड़ेदान में फेंक दिया गया। कहीं ना कहीं शासन आर्थिक क्षति पहुंचाने में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ नजर आ रही है।

इधर दवाइयों खुले आसमान के नीचे फेंकने से संक्रमण जैसी बड़ी बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता है। सतना जिले में जहाँ एक ओर कोरोना काल में निजी नर्सिंग होम के संचालक अपने आप को बंद करके बैठे हुए हैं। ऐसे में आम जनमानस का सरकारी सिस्टम पर भरोसा आज भी बना हुआ है। लेकिन सरकारी सिस्टम का यह बदहाल तरीका कहीं ना कहीं सरकार की जमीनी हकीकत बयां कर रहा है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा इन दवाइयों को एक्सपायरी डेट के पहले ही फेंक देना कहीं ना कहीं एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहे है। यह दवाइयां उन गरीबों की लिए अस्पतालों में भेजी जाती है, जिनके पास दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। अब इन गरीबों के लिए आई दवाइयों को ऐसे कूड़ेदान में फेंक दिया गया।

इस बारे में जब जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोक अवधिया से बात की गई। तो उन्होंने खुद अपने बयान में यह स्वीकार किया कि यह एक बड़ी लापरवाही है, मुझे इसकी जानकारी मिली है और इसके लिए स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर कीपर से जवाब तलब कर शाम तक इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी है। उसके आधार पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।