लॉकडाउन में बाहर निकलना जरूरी हो तो पढ़ लें डॉक्टर की ये सलाह.. वरना होगा यह हाल

नई दिल्ली. देश में लॉकडाउन के हालात हैं. जितना हो सके घरों से कम ही निकलें. बस से या पैदल किसी भी हाल में सफर तो कतई न करें. अगर किसी मजबूरी के तहत सफर करना पड़ रहा है तो पहले कोरोना वायरस के लक्षणों की जांच करा लें. यह कहना है डॉक्टर शैलराज सिद्दीकी का. डॉ. सिद्दीकी ने कहा कि सफर खत्म होने और घर पहुंचने से पहले भी एक बार और जांच करा लें. अगर आप अपनी और अपने परिवार की खैरियत चाहते हैं तो जांच को मजाक न समझें. अगर ऐसा किया तो फिर आपको यूपी के खुर्जा जैसे हालात का सामना करने से कोई नहीं रोक पाएगा.

एक मिनट की जांच से हजारों रहेंगे सुरक्षित

फिजिशियन डॉ. शैलराज सिद्दीकी ने बताया कि जब भी आपको लगे कि सफर पर जाना है तो उससे पहले जांच करा लें. यह कोई लंबी-चौड़ी जांच नहीं हैं, आपको बस अपने शरीर के तापमान की जांच करानी है. जहां आप जांच कराने जाएंगे तो जांच करने वाला जानता है कि सामान्य हालात में आपके शरीर का तापमान कितना होना चाहिए. अगर जांच करने वाला आपको जरा भी इशारा करे कि तापमान ठीक नहीं है तो आप घर पर ही रहें. शरीर का तापमान सामान्य से थोड़ा भी ज्यादा रहे, तो सफर करने का जोखिम न उठाएं.

एक युवक की गलती से खुर्जा में ऐसे बिगड़े हालात

गौरतलब रहे कि यूपी के खुर्जा में रहने वाला एक युवक अमरावती से आया था. ट्रेन का सफर तय कर वह घर पहुंचा था. बाद में उस युवक के शरीर में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए. कोरोना के लक्षण सामने आने पर युवक, उसकी पत्नी और उसकी पत्नी के तीनों भाई पॉजिटिव पाए गए हैं. सभी को मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा युवक अपने 50 रिश्तेदारों के संपर्क में भी आया था. वह एक शादी में भी शामिल हुआ था, जहां आए अन्य मेहमानों की भी जांच कराई जा रही है. मस्जिद में नमाज पढ़ने भी गया था. लिहाजा इन लोगों को भी जांच के दायरे में रखा गया है.

प्रशासन का मानना है कि युवक ने सफर के दौरान ट्रेन में भी दूसरे लोगों को संक्रमित किया होगा. लेकिन उनकी तलाश करना सीधा काम नहीं है. लेकिन अच्छी बात यह है कि किसी भी पॉजिटिव की हालत गंभीर नहीं है. दूसरे लोगों में संक्रमण फैलाने के कारण पुलिस युवक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करने जा रही है.