सावधानी बेहद जरूरी: वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने के बाद भी हुए ओमिक्रॉन संक्रमित, 3 केस ने बढ़ाई टेंशन

जिस तरह से दुनियाभर के देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा बढ़ रहा है। उसके बाद से कोरोना वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। हर कोई वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज को ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचने का अहम विकल्‍प मान रहा है। हालांकि दिल्‍ली में तीन ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज लेने के बाद भी कोरोना संक्रमण हुआ है। इन तीनों मरीजों को लोकनायक अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि पिछले हफ्ते एक साथ मिले 12 मरीजों में ही ये तीन मरीज भी शामिल थे।

बता दें कि भारत में अभी किसी को भी बूस्‍टर डोज नहीं दी जा रही है। दिल्‍ली में जिन तीन मरीजों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है वो सभी विदेश यात्रा पर गए थे और वहां पर ही इन लोगों ने वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज लगवाई थी। दिल्ली आने के बाद एयरपोर्ट पर जब इन लोगों की स्क्रीनिंग हुई तो इन लोगों में कोरोना संक्रमण की पहचान हुई तो इन्हें यहां भर्ती कराया गया। फिलहाल यह सभी ओमिक्रॉन वार्ड में भर्ती हैं लेकिन इनमें से किसी में भी संक्रमण के लक्षण नहीं है।

इन तीनों मरीजों ने कौन से वैक्‍सीन ली है और बूस्‍टर डोज के लिए कौन से वैक्‍सीन ली है इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। बता दें कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए कई देशों ने बूस्‍टर डोज को मंजूरी दे दी है। जर्मनी जैसे देशों में तो अब बच्चों को भी संक्रमण से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। हालां‍कि भारत सरकार की ओर से वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज दिए जाने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है। इस संबंध में नीति आयोग के सदस्‍य डॉ०वीके पॉल ने साफ किया है कि सरकार की प्राथमिकता पहले देश के हर एक नागरिक को वैक्‍सीन की दोनों डोज लगाना है.

बता दें कि दिल्‍ली के लोकनायक अस्‍पातल में इस समय 50 से ज्‍यादा कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। इन मरीजों में 22 में ओमिक्रॉन का संक्रमण पाया गया है। बता दें कि इन मरीजों में से 10 मरीजों को अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 12 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

भारत में ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ते दिख रहे हैं। देश में कोरोना के नए वेरिएंट के 161 मामले सामने आ चुके हैं। राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र में 54, दिल्ली में 32, तेलंगाना में 20, राजस्थान में 17, गुजरात में 13, केरल में 11, कर्नाटक में 8, उत्तर प्रदेश में 2 और तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ में ओमिक्रॉन का एक-एक मामले सामने आए हैं।