साहब खुले आम घूम रहे अपराधी की कब होगी गिरफ्तारी : अम्बिकापुर पुलिस का दोहरा चेहरा

  • गंभीर मामले खा रहे धूल , पुलिसिया कार्यप्रणाली चर्चे में
  • अधिवक्ता ने एसपी को ज्ञापन सौंप एक लंबित मामले में की कार्यवाई की मांग

अम्बिकापुर

नगर में इन दिनों पुलिसिया कार्य प्रणाली काफी चर्चा में है। लोगों के बीच अब खुलकर यह बातें होने लगी है कि पुलिस न केवल मनमाने तरीके से कार्यवाई कर रही है बल्कि बदले की भावना से भी उसकी कार्यप्रणाली प्रेरित है। हालिया हुई दो कार्यवाईयों से पुलिस पर लगाए जा रहे आरोपों को बल मिलता है।

गौरतलब  है कि अभी हाल ही में एक पत्रकार के मामले  तथा एक भाजपा कार्यकर्ता  के विरूद्ध कथित शिकायत पर कार्यवाई करते हुए पुलिस आनन – फानन मेें अपराध दर्ज कर एक को गिरफ्तार कर लिया । और दूसरे के घर लगातार पुलिस पहुंच रही है।  ऐसी त्वरित कार्यवाई  पर लोगों ने आश्चर्य तो व्यक्त किया ही साथ ही इसे दुर्भावनपूर्वक की गई कार्यवाई भी करार दिया ।यहां यह भी बताना लाजमी  होगा कि पचासों ऐसे केश इसी शहर के थानों में दर्ज है जिनकी फाईलें धूल खा रही है।पुलिस के पास उन्हें देखने तक की फुर्सत नहीं है।

D.K.SONI

लेकिन ऐसे ही एक मामले में आरटीआई कार्यकर्ता अधिवक्ता दिनेश सोनी ने एसपी सरगुजा को एक आवेदन देते हुए कार्यवाई लंबित होने संबंधित शिकायत की है जिसने पुलिस के माथे पर शिकन ला दिया है। चट मंगनी पट ब्याह की तर्ज पर हाल ही के दो मामलों में कार्यवाई करने वाली पुलिस पर एक गंभीर मामले में अपराध दर्ज करने के बाद महीनों से कार्यवाई लंबित रखने पर अधिवक्ता ने कोतवाली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये है। एसपी से लिखित शिकायत करने वाले अधिवक्ता के  एक आवेदन पर कोतवाली पुलिस ने 31 अगस्त को अपराध क्रमांक 468 /2015 अंतर्गत धारा 420 , 34 के तहत शोभा गुप्ता व अन्य के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया था। अपराध दर्ज हुए तीन माह का समय हो गया लेकिन उसमें न तो आरोपीगण की गिरफ्तारी की गई और न ही रिपोर्टकर्ता का कथन ही लिया गया । अधिवक्ता ने उक्त आपराधिक प्रकरण में सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी पर आरोपीगण से मिलीभगत का ओरोप लगाया है ।

आरोपीगण प्रभावशाली व्यक्ति के साथ -साथ बडे़ पदों पर आसीन है। उनके प्रभाव से कोतवाली प्रभारी प्रभावित होकर आपराधिक प्रकरण के इस फाईल को ठंडे़ बस्तें में बांध रखा है। आरोपी खुलेआम घूम रहे है और साक्ष्य को मिटाने का प्रयास कर रहे है। शिकायत आवेदन पर जांच करने तथा वरिष्ट पुलिस अधिकारी के अनुमति प्राप्त करने के बाद अपराध दर्ज किया गया था । जिनमें लगभग जांच पूरी हो चुकी थी । मामलें में सिर्फ दस्तावेज की जप्ती व कथन की कार्यवाई करना था लेकिन उसमें भी कोतवाली द्वारा लेट लतीफ किया जा रहा है। जिससे उक्त अपराध के आरापियों का मनोबल बढ़ चुका है। उक्त अपराध में शोभा गुप्ता के साथ साथ जिला परिवहन अधिकारी एस के कंवर, आरटीओं विभाग के लिपिक विनोद गुप्ता , छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपड़न संघ मर्यादित कार्यालय के सचिव संलग्न है। इसलिए भी कोतवाली पुलिस कार्यवाई करने मेे हिचकिचा रही है। अधिवक्ता ने पुलिस अधिकारियों से उक्त मामले में जांच कराते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी कराते हुए न्यायालय में अंतिम प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की मांग की है।