लाठी डंडे से लैस महिलाओं ने सिंचाई विभाग के अधिकारियो को घेरा

  • डूमरडीह बांध के विरोध में उतरे ग्रामीण
  • ग्राम सभा प्रस्ताव के बगैर बांध बनाने की तैयारी में जल संसाधन विभाग

अम्बिकापुर

विकास खण्ड उदयपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत सोनतराई के ग्राम डूमरडीह में साढ़े तीन करोड़ की लागत से स्वीकृत डूमरडीह बांध का सैकड़ों महिलाओं एवं ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया। डूमरडीह बांध के नाम से साढ़े तीन करोड़ की लागत से बांध निर्माण का कार्य वर्ष 2012 में स्वीकृत हुआ है जिसमें 200 हेक्टेयर भूमि सिंचाई प्रस्तावित है।

ग्रामीणों ने बताया कि हम पुरखों से इस जमीन पर खेती करते आ रहे है जीवन यापन का एक मात्र साधन है उनका खेत । बांध बन जाने से कई किसान खेत विहीन हो जाएगें।  हमारे पास खेती के लायक एक भी जमीन नहीं बचेगी। इसलिए इस बांध का विरोध ग्रामीण प्रारंभ से ही करते आ रहे है। ग्रामीणों द्वारा बांध की स्वीकृति को निरस्त करने के संबंध में महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी इत्याद जगहों पर कई जगह पत्राचार किया गया परंतु नतीजा आज तक शून्य है । किसी भी कार्यालय से उक्त बांध के संबंध में ग्रामीणों के आवेदन पर क्या निर्णय लिया गया इससे अवगत नहीं कराया गया है। इन सबके बावजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारी कर्मचारी समय समय पर आकर कार्य प्रारंभ करने की कोशिश करते है ग्रामीणों के विरोध के बाद उन्हे बैरंग वापस जाना पड़ता है। udaypur 2

आज शनिवार को एसडीएम अम्बिकापुर श्री आरएन सिंह, नायब तहसीलदार पवन कोसमें, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री ओ पी चंदेल, एसडीओ वेदप्रकाश पाण्डेय हल्का पटवारी एवं अन्य विभागीय अमला मौके पर पहुंचे। जल संसाधन विभाग के कर्मचारी ले आउट के लिए चूना डालना शुरू किये ही थे की लाठी डंडे से लैस महिलाओं ने इसका विरोध करना प्रारंभ कर दिया। विरोध की वजह से कुछ देर के लिए माहौल तनाव पूर्ण हो गया। तब उपस्थित अधिकारियों ने उदयपुर पुलिस को बुलाया। पुलिसवालों के आने के बाद भी महिलायें बांध को नहीं बनने देने की बात कहते हुये अपना विरोध जारी रखा और अधिकारियों के वाहनों के सामने उपस्थित महिलायें लाठी डंडा लेकर बैठ गयी। लगभग एक दो घंटे बाद सरपंच की समझाईश पर महिलायें एसडीएम की बात सुनने को तैयार हुये। सभी महिलाओं ने एक सुर में कहा हम बांध नहीं बनने देंगे। तब अनुविभागीय अधिकारी आरएन सिंह ने कहा हम आपके विरोध की बात को कलेक्टर मैडम के समक्ष रखेंगे। वहां से निर्णय होने के बाद ही कोई कार्य होगा। इस आश्वासन पर सभी महिलायें व ग्रामीण उठकर गांव की ओर चले गये। जल संसाधन के एसडीओ वेद प्रकाश पाण्डेय से चर्चा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि यह बांध शासन की योजना में शामिल है ग्राम सभा से प्रस्ताव नहीं लिया गया है। उक्त निर्माण कार्य का एरिया 960 मीटर का है। इसमें एक टैंक एवं दो कैनाल बनाये जायेंगे।