शहर को कुपोषण मुक्त कराने चलेगी मुहिम

2016 तक लक्ष्य , लोगो को जोड़कर काम करेगा विभाग

अम्बिकापुर  (दीपक सराठे की रिपोर्ट)

नगर निगम क्षेत्र में कुपोषण के बढ़ते आकडे को देखते हुए अब महिला बाल विकास विभाग व नगर निगम सहित स्वास्थ्य विभाग ने एक मुहिम चलाने की मंशा बना ली है। इस मुहिम के तहत शहर के अन्य लोगो को जोड़ते हुए उनके सहयोग से जनवरी 2016 तक शहर को कुपोषण से मुक्त नगर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान में 668 कुपोषित बच्चे व 122 गंभीर कुपोषित बच्चे दर्ज किये गये है। जिनमें लगभग आधी संख्यां बालिकाओं की है। बाल मृत्यु दर पर किये गये अध्ययन से यह बात सामने आयी है कि राज्य में बाल मृत्यु के विभिन्न कारणों से होने वाली मृत्यु में लगभग 55 प्रतिशत बच्चों की मौत कुपोषण से होती है । कुपोषण के कारण बच्चे कमजोर हो जाते है और उनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है। जिले में कुपोषण का सामान्यतः कारण गरीबी एवं जागरूकता का अभाव माना जा रहा है। कुपोषण की बढ़ती संख्यां से जहां स्वास्थ्य विभाग चितिंत है वहीं महिला बाल विकास इसे लेकर कई प्रकार के अभियान चलाने की तैयारी मे है। सिर्फ शहरी क्षेत्र में कुपोषण व गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चो का आकड़ा सैकडा पार कर जाना बेहद चिंता का विषय है। इसे लेकर संबंधित विभाग बेखबर नही है। महिला बाल विकास स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम ने संयुक्त पहल करते हुए कुपोषण को जड़ से हटाने का फैसला किया है इसके तहत सरगंुजा जिले की बेवसाईड में कुुपोषण संबंधी बच्चो की समस्त जानकारियां अब उपलबब्ध रहेंगी ।डाक्टरों की सलाह अनुसार कुपोषित बच्चों को पोषण आहार के साथ साथ आवश्यक माईक्रो न्यूट्रिएन्ट तथा तत्व तथा कैल्शियम , आयरन , मल्टीविटामिन आदि भी विभाग से उपलब्ध कराये जायेेंगे । विभाग द्वारा कुपोषित बालक – बालिकाओं की सूची लोगो को उपलब्ध कराई जायेगी । इसकें साथ ही बच्चों का वजन , स्वास्थ्य सूचकान्कों की जानकारी भी दी जायेगी । लोगो की मदद से प्राप्त पोषण आहार उपरान्त बच्चो की वृद्धि व प्रगति को भी नियमित दर्ज किया जायेगा । जो बेवसाईड पर उपलब्ध रहेगा ।
नवरात्रि में करायें भोजन
महिला बाल विकास अधिकारी श्री सिसोदिया ने लोगो से अपील की है कि इस मुहिम में भागीदारी निभाते हुए इस बार नवरात्रि में कन्याभोज यदि कुपोषित बालक – बालिकाओं को नौ दिन दिये मीनू अनुसार पोषक खाना खिलाए तो कुपोषण मे कमी आ सकती है। आप चाहें तो इनके पूर्ण कुपोषण दूर होने तक भी भोजन कराना जारी रख सकते है। शहर कह जनता अगर कुपोषण मुक्त शहर की मुहिम में शामिल होना चाहती है तो महिला बाल विकास अधिकारी के मोबाईल नम्बर 7049927400 पर अथवा वाट्सअप नम्बर 9407684308 द्वारा पंजीयन 11 अक्टुबर तक करा सकते है। कुपोषित बच्चोे की सूची महिल बाल विकास सें प्राप्त की जा सकती है।