शहर की सडको को कौन कर रहा है गड्ढो में तब्दील….

  • अच्छी खासी सड़क का भी हो रहा बेडागर्क
  • कहीं पाईप लाईन तो कहीं केबल वायर के लिए खोदे जा रहे गड्ढ़े

अम्बिकापुर

किसी भी शहर के विकास का अंदाजा वहां की सड़को को देखकर लगाया जा सकता है। शहर की सुन्दर सड़के नगर के विकास का दर्पण होती है परन्तु अम्बिकापुर में इन दिनों अच्छी खासी सड़को का भी बेडागर्क किया जा रहा है। यू तो शहर की कई सड़के या तो वो निगम की तो या पीडब्ल्यूडी की । लगभग सड़को का बूरा हाल है। रिंग रोड़ प्रतापपुुर मार्ग में तो गड़ढ़ो व धूल के कारण लोगो को इस मार्ग पर आवागमन करना दूभर हो गया है। वहीं शहर की अंदर की बात की कुछ मायनों में अच्छी सड़को को भी कहीं पाईप लाईन के लिए तो कहीं केबल वायर बिछाने के लिए खोदकर छोड़ दिया जा रहा है। जगह -जगह गड्ढ़ों के कारण जहंा लोगो को परेशानी उठानी पड़ रही है वहीं दुर्घटनाओं को भी खुला न्यौता देकर छोड़ दिया गया है। नगर के सत्तीपारा , पोस्टआफिस रोड़ सहित अन्य मार्गो में केवल वायर बिछाने के नाम से कइ्र्र जगह सड़को कों छलनी कर दिया गया । अच्छी खासी सड़क पर कई जगह गड्ढ़े दिखाई देते है। गड़ढ़ो को मिट्टी से पाट भी दिया गया है तो उसके उपर केबल वायर निकालकर छोड़ दिया गया है। महामाया द्वार के सामने रिंग रोड़ में जहां 24 घंटे भारी वाहनोें का आवागमन होता रहता है वहां आधी सड़क खोदकर ना जाने किस कारण से छोड़ दी गई है। इसी तरह शहर के कई मार्गो में पानी सप्लाई की पाईप लाईन में लीकेज के कारण बड़े बडे गड्ढ़ें खोदकर छोड़ने की प्रक्रिया जारी है। शहर विस्तार के साथ – साथ जिस प्रकार वाहनों की संख्या में ईजाफा हुआ है उसी प्रकार नगर की सड़को में दुर्घटनाए बढ़ी है। इन सबके के बाद भी जगह – जगह सड़कोे में गड्ढ़ा खोदकर छोड़ देना कितना खतरनाक साबित हो सकता है यह तो आने वाला समय ही बतायेंगा । हालाकि इस प्रकार की आदत मेे यह बात तो सुमार है कि जब तक कोई बड़ी घटना नहीं होती , ना तो निगम जागता है और ना प्रशासन । किसी विभाग की नींद उस समय खुलती है जब कोई बड़ा हादसा सामने आता है। हादसे के बाद छणिक कार्यवाई तो होती है परन्तु बाद में फिर मामला ठंडे बस्तें में चला जाता है। जिसका परिणाम यह है कि शहर वहीं पुराने ढर्रे पर unnamed (9)चलता नजर आता है। इन दिनो यहीे हाल शहर का है। सड़को की धजिया उडाने मेें केबल वायर वाले कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। निगम सहित पीडब्ल्यूडी की विभिन्न सड़कों पर उभर आये गड्ढ़ों कोे्र मिट्टी का मरहम लगाकर लोगो को धूल फांकने के लिए मजबूर कर दिया गया है। नगर निगम की सामान्य जमा में सड़़को की दुर्दशा को लेकर उठी आवाज पर अब तक पीडब्ल्यूडी शांत बैठा हुआ है। बात साफ है कि जनता सड़क के गड़ढ़ों पर हिचकोले खाते रहे और धूल फांकते रहे परन्तु प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है।
गड्ढ़ा खोदो , मिट्टी डालो
निगम की हाल ही मे बनी सड़को पर केबल वायर बिछाने वाले ठेकेेदार गड्ढ़ा खोदकर मिट्टी डालने का काम कर रहे है। कहीे – कहीं तों गड्ढ़ो को खुला छोड़ दिया गया है। अपना काम पूरा हो जाने के बाद ठेकेदार को उस मार्ग पर आवागमन करने वालों से कोई सरोकार नही है। लोग गड्ढ़ो में गिरते हो तो गिरने दो , मिट्टी से धूल उड़ती है तो उड़ने दो । केबल वायर बिछाने वालो पर निगम की चुप्पी क्यों है यह तो पता नहीं परन्तु जनता जरूर परेशान है।
कब डालेंगे गिट्टी
सामान्य सभा में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कहा था कि रिंग रोड़ के गड्ढ़ो में डाला गया मलवा निकालकर उसमें गिट्टी डालने की कार्यवाई की जाएगी परन्तु अभी तक कोई काम पारंभ नहीं हुआ । आलम यह है कि रिंग रोड़ से लगे घर व दुकानों में धूल की मोटी परत जम रही है। व्यवसायी परेशान है।
मैं दिखवाता हूं – महापौर
नगर निगम के महापौर डा. अजय तिर्की ने शहर की रिंग रोड़ का काम प्रारंभ हो चूका है। जहां तक केबल वायर डालने वालों का सवाल है उन्हें परमिशन लेना होता है। परमिशन देने से पूर्व सड़क क्षतिग्रस्त होनें के एवज में उनसे राशि ले ली जाती है ताकि सड़क की मरम्मत हो सके। उन्हे परमिशन दी गई है या नहीं मैं दिखवाता हूॅ।