क्या जलकुंभी है मछलियो की मौत की जिम्मेदार… सवाल कई पर जवाब नही

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर का मैरिन ड्राईव तालाब एक अजीब किस्म की जलकुंभी से अपने अस्तित्व को बचाने की बाट जोह रहा है….आलम ये है कि पिछले 6 महीने जलकुंभी की तेजी से फैलाव की वजह से तालाब के पानी में आक्सीजन की कमी हो गई है,,, जिससे तालाब के अस्तित्व के साथ तालाब को आशियाना समझने वाली मछलियां पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है ..Untitled_0196 (5)

अम्बिकापुर का मैरिन ड्रायव तालाब आज से कुछ महीने पहले तक अपनी खूबसूरती के लिए चर्चा का विषय बना था,, लेकिन निगम प्रबंधन की अनदेखी की वजह से पिछले 6 महीने में ये तालाब पर संकट के बादल मंडराने लगे है,, दरअसल तालाब के पानी और तालाब के खूबसूरती बढाने वाले घाट पर मरी हुई मछलियां तालाब में आए विपदा की कहानी खुद बया कर रहे है,,,जानकारी के मुताबिक इस तालाब में एक अजीब किस्म की जलकुंभी ने अपना डेरा जमा लिया है,,जिसका फैलाव काफी तेजी से होता है….. इन जलकुंभियो के लिए तालाब मे मिलने वाले शहर के नालियो का पानी भोजन का काम करता है,, ,, इतना ही नही इन जलकुंभियो के फैलाव की वजह से तालाब के पानी में लगातार आक्सीजन की कमी हो रही है,, और मछलियो की मौत हो रही है,,, और निगम प्रबंधन की ओर से खुद महापौर डाँ अजय तिर्की इस बात को स्वीकार कर रहे है कि तालाब के पानी में आक्सीजन की कमी के कारण मछलियो की लगातार मौत हो रही है। लेकिन इस समस्या से निजात पाने को लेकर उनके पास भी कोई स्पष्ट जवाब नही है।
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ये पहली बार नही है जब इस तालाब में सैकडो की संख्या मे मछलियो की मौत हुई हो,, इससे पहले पिछले 6 महीनें में दो बार और मैरिन ड्रायव तालाब की सैकडो मछलिया मारी जा चुकी है,,, और यही वजह है कि इस बार साफ सफाई के आभाव मे मछलियो की मौत मामले मे …निगम प्रबंधन सफाई ठेकेदार पर कार्यवाही करने का मन बना चुका है,, गौरतलब है कि 6 महीने में तीसरी बार मछलियो की मौत से फैले दुर्गंध और बिमारियो की आशंका के कारण स्थानिय लोगो में आक्रोश है,,, और आक्रोश भी इतना कि वो निगम प्रबंधन पर तालाब की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से भी गुरेज नही कर रहे है……

अम्बिकापुर के मैरिन ड्रायव तालाब में बेजुबान मछलियो की इतनी तादाद में मौत मामले का जिम्मेदार कौन है,,, ये तो सवाल अहम है ही ,,, लेकिन सवाल तो ये भी है कि आखिर ये कौन सी जलकुंभी है ,, जिसको साफ करने में निगम प्रबंधन और ठेकेदार लगातार नाकाम है,,, और वो निगम प्रबंधन जो साफ सफाई के नाम पर प्रतिवर्ष करोडो रुपए साफ कर देता है………..