दिल्ली में बेची गई 5 नाबालिग को पुलिस ने किया रिकवर..

अम्बिकापुर

 

मैनपाट के ग्राम नर्मदापुर विकासखण्ड मुख्यालय से चार आदिवासी नाबालिक बालिकाओ को दिल्ली ले जाकर बेचे जाने का संदेह परिजनों ने पुलिस से जताया था। मामला यह है की ग्राम की उमा, फुलसुन्दरी, सुनीता ,राजकुमारी जो सभी 14 वर्ष से 17 वर्ष की है। इन्हें ग्राम मलतीपुर के विनोद द्वारा दिल्ली ले जाकर बेचने का आरोप लगा था। मामले की शिकायत बालिकाओ के पालकों ने 20 तारीख को कमलेश्वेरपुर थाने मे की थी। पालक व सरपंच गणेस नाग ने बीते 23 अप्रैल रविवार को  ग्राम माँलतीपुर से आरोपी को पकड़ थाने के सुपुर्द किया था।

 

जिसके बाद परिजनों के संदेह पर संदेही को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और संदेही की निसान देही पर दिल्ली से चार नहीं बल्की पांच नाबालिक लडकियाँ पुलिस ने रिकवर कर ली है. इनमे से पांचवी लडकी को दो सप्ताह पूर्व इसी गाँव से ले जाया गया था.. प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी दलाल ने इन बच्चियों को 25-25 हजार रुपये में बेचा था..नाबाकिग लडकियों के मुताबिक़ दिल्ली में उन्हें विनोद लकडा ने किसी मेरी मरियम के पास बेचा था काम करने के दौरान जब लडकियों ने पैसे मांगे तो उसने कहा की पैसे तो विनोद ले गया है..उनके मुताबिक वनोद को चार लडकियों के बदले एक लाख रुपये मिले थे और इन लडकियों को पांच-पांच सौ रुपये किराये के लिए और दो हजार रुपये खर्च के लिए दिए गए थे..

 

बहरहाल कमलेश्वर पुर पुलिस ने इन लडकियों को रिकवर कर लिया है और अब वो अपने घर में सुरक्षित है. लेकिन सरगुजा जैसे वनांचल से भोले भाले आदिवासियों की खरीद फरोख्त किस हद तक जारी है. इसका हिसाब तो किसी के पास नहीं लेकिन इस क्षेत्र के लिए मजदूरों का पलायन और इंसानों की खरीद फरोख्त कोई नई बात नहीं है,,