किसान कर्ज के बोझ तले दबे पडे़ है,और विकास यात्रा करोड़ो खर्च कर रही सरकार : पाण्डेय

IMG 20180516 154027जांजगीर-चांपा।(संजय यादव)प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि इंजी. रवि पाण्डेय ने राज्य सरकार के विकास यात्रा के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस राज्य की वित्तीय स्थिति चरमरा गई हो, उस राज्य में विकास यात्रा पर करोड़ो का खर्च करना राज्य के जनता के प्रति जले में नमक छिड़कना वाली कहावत को चरितार्थ करता है।
उन्होंने कहा सरकारी दबाव के चलते ग्राम सरपंच शौचालय निर्माण अपने संसाधन से कराये है और उसका भुगतान के लिए रोज पसीना बहा रहे है, कुछ सरपंच तो कर्ज लेकर निर्माण कराये है, बेहतर होता सरकार विकास यात्रा का गैरजरूरी खर्च को रोककर सरपंचों को भुगतान करती। उन्होंने आगे कहा किसान कर्ज के बोझ तले दबे पड़े है, आत्म हत्या के लिए मजबूर हो रहे है, सरकार के वादे के अनुरूप 2100/- समर्थन मूल्य और 300/- बोनस का बाट जोह रहे है। जल, जंगल, जमीन को उद्योगपतियों को बेच दिया गया। प्रदेश से 27000 महिलायें लापता है। शिक्षक, चपरासी, किसान, मजदूर, पंचायतकर्मी, आपरेटर, सचिव, रसोईया, मितानीन, कोटवार, रोजगार सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सफाई कर्मी सभी हड़ताल पर और सरकार विकास यात्रा निकाल रही है। इससे बेहतर होता कि अपनी पार्टी के प्रचार के नाम पर विकास यात्रा मे हो रहे खर्च को राज्य के विकास में लगाते।

जनसंपर्क अभियान में ग्राम सेमरा पहुचें …..

नवागढ़ ब्लाक से प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि इंजी. रवि पाण्डेय अपने जनसंपर्क अभियान के तहत ग्राम सेमरा पहुंचे। इस दौरान वो ग्राम में पदयात्रा करते हुए ग्रामीणों से मुलाकात की इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि और जनता के बीच नियमित संवाद आवश्यक है। इस अवसर पर राज्य सरकार के कार्यप्रणाली को आड़े हाथों लेते हुए कहा सरकार में इच्छाशक्ति की कमी की वजह से जनहित की लगभग सभी योजना अधर पर है और निकट भविष्य में उम्मीद भी नहीं है कि कार्य पटरी पर आयें। इंजी. पाण्डेय के ग्राम संपर्क अभियान के तहत रेशमलाल बर्मन, पवन कश्यप, अखिलेश त्रिपाठी, अमित सिंह गौर, नवल ताम्रकार, जोहन सूर्या, दुखुराम साहू, शशिकांत मिश्रा, साखीराम कश्यप, विनय कर्ष, रूद्रसेन पटेल, शुभंकर सिंह, हेमंत कौशिक, अजीत बंजारे, रामानुज कश्यप, परमेश्वर साहू, सुखराम कश्यप, साखीलाल साहू, राजू पटेल, चरणदास कुर्रे, विकास कहरा, भोलू साहू, रविन्द्रलाल कौशिक, सुजीत सिंह, संतराम बंजारे, आशिष आदिले, मदनमोहन मनहर, भोेेेेेलाराम साहू उपस्थित थे।