संजय मित्तल.. आयकर की टीम और कार्यवाही का ये तरीका..?

अंबिकापुर के चर्चित कोयला व्यवसायी संजय मित्तल के ठिकानों पर पडी इन्कमटेक्स विभाग की रेड में कुछ नए मामले सामने आ रहे है.. आयकर विभाग की कार्यवाही जिस रह से चल रही है उसमे पारदर्शिता नहीं रखी गई.. कार्यवाही की कोई भी जानकारी मीडिया को नहीं दी गई. जब हमारे संवाददाता ने कार्यवाही में लगे अधिकारियो से विवरण जानना चाहा तो यह कह कर टाल दिया की स्थानीय आयकर अधिकारी को उन्होंने डिटेल दे दी है आप उनसे पूछ लीजिये लेकिन जब स्थानीय अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्हें कार्यवाही की जानकारी नहीं दी गई थी.. बहरहाल विभागीय बंदिशों की वहज से कार्यवाही को गुप्त रखा जाता है लेकिन यहाँ पर तश्वीर कुछ और ही है..

इस दौरान कुछ तश्वीर और फोटो भी कैमरे कैद हो गई.. जो कार्यवाही पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रही है.. संजय मित्तल के पुराना बस स्टैंड स्थित कार्यालय में कार्यवाही चल रही थी और आफिस की मुख्य कुर्सी पर जाहिर है की आयकर अधिकारी ही बैठे होंगे.. और ठीक सामने आगंतुको की कुर्सी में कार्यवाही से प्रभावित संजय मित्तल अपने दोनों पैर काउंटर के ऊपर रख बड़े ही आराम से बैठे हुए थे.. आम तौर पर इनकम टेक्स के छापे में लोगो को दिल का दौरा पड़ते सुना था लेकिन अधिकारी के सामने इतने रुतबे से बैठने वाला यह अजूबा मामला देखने को मिला.

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पिकनिक जैसा माहौल

बहरहाल कार्यवाही के दौरान आफिस का गेट खुला हुआ था.. और आफिस में पिकनिक जैसा माहौल निर्मित था आयकर विभाग के साथ आये सुरक्षा कर्मी और टीम के लोग उनका मंगाया हुआ खाना खा रहे थे.. जब हमने फोटो लेने की कोशिस की तो एसएलआर बन्दूक धारी सुरक्षा कर्मियों ने अन्दर जाने से मना करते हुए वहाँ से जाने की हिदायत दी..

सवाल यह है की लोगो को पता तो होना चाहिए की देश के इस विभाग की कार्यवाही के बाद आखिर होता क्या है.? और लोगो को पता कैसे चलेगा जब मीडिया को ही जानकारी नहीं दी जायेगी तो लोग कैसे जानेंगे आम तौर पर आयकर की कार्यवाही बड़ी ही गुप चुप तरीके से होती है लेकिन कार्यवाही के बाद कार्यवाही की समरी प्रतिदिन के हिसाब से पब्लिक की जाती है.. लेकिन यहाँ ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है.. लिहाजा सवाल तो खड़े होंगे.. आपको बतादें की ऐसा ही मामला प्रदेश के जांजगीर जिले में भी आया है वहां भी जिले के नामी राईस मिलर्स एवं भाजपा कार्यसमिति के प्रदेश सदस्य लीलाधर सुल्तानीया के बनारी स्थित राइस मिल एवं निवास में दो दिनो तक आयकर के अधिकारी डेरा जमाये हुए थे। आयकर के अधिकारी दो दिनों की कार्रवाई के बाद अभी तक ये खुलाशा नही कर पाये की जांच क्या बात सामने आई हैं।