निर्भया केस : फांसी से पहले दोषियों ने नहीं बताई अपनी अंतिम इच्छा, परिजनों को दिए जाएंगे ये सामान

nirbhya-case-fansi-1

नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में आखिरकार 7 साल 3 महीने बाद पीड़िता को न्याय मिल गया. शुक्रवार की सुबह 5.30 बजे दिल्ली के तिहाड़ जेल में इस मामले के चारों दोषियों को फांसी दे दी गई. पवन जल्लाद ने जेल में चारों को फांसी के फंदे पर लटका दिया.

जानकारी के मुताबिक फांसी देने के बाद चारों दोषियों को आधे घंटे तक लटकाए रखा गया. इसके बाद जेल के अंदर मौजूद डॉक्टर चारों की जांच कर मौत की पुष्टि भी कर दी. तिहाड़ जेल का लॉकडाउन ख़त्म किया जा चुका है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने के बाद सभी जेलों के लॉक खोल दिए गए. वहीं जेल के अंदर तमिलनाडु पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया.

फांसी से पहले चारों दोषियों ने अपनी आखिरी इच्छा नहीं जाहिर की. तिहाड़ जेल प्रशासन के अनुसार चारों दोषियों ने जेल में रहकर जो पैसे कमाए हैं वो और उनके अलावा दोषियों के कपड़े और सारा सामान उनके परिवार वालों को दे दिए जाएगा. वहीं चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल अस्पताल भेज दिया गया है. बताया जा रहा है पोस्टमार्टम की इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी.