हाथरस मामले में पहली बार बोली कुछ स्मृति ईरानी…जाने क्या…?

फटाफट डेस्क – देश में इस वक्त हाथरस के कथित गैंगरेप और किसान कानूनों को लेकर काफी असंतोष व्याप्त है और इसका बहुत ज्यादा विरोध भी किया जा रहा है. कांग्रेस लगातार इन मुद्दों को उठा रही है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की. फिर कृषि कानूनों के विरोध में राहुल गांधी ‘खेती बचाओ’ रैली भी निकालते दिखे, जिसमें वो सोफे वाले ट्रैक्टर पर भी बैठे दिखे. अब केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इन मुद्दों पर बात करना शुरू कर दिया है ।

स्मृति से पूछा गया कि हाथरस पीड़ित परिवार ये कह रहा है कि उन्हें सुरक्षित महसूस नहीं हो रहा, ये कह रहा है कि उन्हें CBI जांच पर भरोसा नहीं है. स्मृति का जवाब था कि –
इस मामले में किसी न किसी तरीके से बयान दिए ही जा रहे हैं. और मैंने पहले दिन से ही कहा है कि भले ही ये मेरे अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है, लेकिन मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की है. मुझे बताया गया कि SIT जांच चल रही है, उस ज़िले के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) के खिलाफ एक्शन भी लिया गया है. लेकिन साथ ही राज्य सरकार ने इस केस को CBI को रेफर किया है. तो ऐसे में मुझे लगता है कि अब जबकि ये मामला खुद सुप्रीम कोर्ट में है, इस पर मेरा कुछ बोलना सही नहीं है. मैं एक बात से आश्वस्त हूं कि अब जब मल्टिपल एजेंसी इस केस को देख रही हैं, तो मैं मिस्टर राहुल गांधी का ध्यान लाना चाहूंगी, कि एक निष्पक्ष जांच ज़रूर होगी. न्याय मिलेगा. न केवल उस लड़की को, बल्कि देश के हर उस व्यक्ति को मिलेगा, जो चाहता है कि न्याय हो।

स्मृति ईरानी ने बताया कि इस मामले की जांच को लेकर सारे निर्देश अब सुप्रीम कोर्ट के हाथ में हैं. जो एफिडेविट उनके सामने पेश किया जाएगा, वो उनके आधार पर फैसला लेंगे
आगे उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है , सबूतों और कानूनों के आधार पर न्याय होगा. एजेंसी और कोर्ट दोनों ही न्याय करेंगे. क्योंकि बहुत सारे डेवलपमेंट्स सामने आ रहे हैं, चाहे किसी राजनीतिक दल के रिप्रेजेंटेटिव द्वारा पैसे ऑफर करना हो, चाहे कास्ट के आधार पर मुद्दा खड़ा करने की कोशिश किसी ने की हो, ये सब जांच के विषय हैं. उम्मीद है कि न्याय होगा. उनके साथ भी होगा, जिन्होंने समुदायों के बीच झड़प पैदा करने की कोशिश की.

राहुल के हाथरस जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा की जब राहुल हाथरस जा रहे थे, तब ये खबर सामने आई थी कि पुलिस से उनकी झड़प हो गई और धक्का-मुक्की की वजह से वो गिर भी गए. बाद में राहुल ने ये कहा कि उनके धक्के की क्या बात, पूरे देश को धकेला जा रहा है. इस पर अब स्मृति ईरानी ने कहा,


क्या आप अपनी बात को सही करके ये नहीं कह सकते कि राहुल गांधी ने खुद गिरने का फैसला किया था. क्या ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी ने खुद एक स्पॉट चुना और गिरने का फैसला किया, और जर्नलिस्ट से कहा कि कैमरा इधर लाना. क्या ये कहकर थोड़ा ईमानदार नहीं हो सकते. अब सवाल ये है कि क्या राहुल गांधी देश हैं? मेरा मतलब ये है कि इस वक्त कांग्रेस पार्टी के अंदर ही अजीब सा कॉम्पिटिशन है. आपके पास एक ट्विटर हैंडल है, जो कह रहा है कि प्रियंका इंदिरा हैं और इंदिरा इंडिया हैं. और राहुल गांधी कहते हैं कि नहीं-नहीं प्रियंका नहीं, मैं इंडिया हूं। भाई-बहन को इस मुद्दे पर सिक्का उछाल लेना चाहिए. मैं जानती हूं कि भारत को 130 करोड़ से ज्यादा लोग रिप्रेजेंट करते हैं. और इन लोगों ने 2019 में फैसला करके प्रधान सेवक को वोट दिया, उस परिवार को नहीं दिया, जहां भाई-बहन ये फैसला नहीं कर पा रहे कि किंग कौन है.

राहुल गांधी के ‘सोफे वाले ट्रैक्टर’ पर उनकी काफी आलोचना हुई थी. इस पर राहुल ने कहा था- ये सवाल कभी नहीं पूछा जाएगा कि नरेंद्र मोदी ने आठ हजार करोड़ रुपए में दो एयरक्राफ्ट क्यों खरीदे? कुशन छोड़िए, उसमें तो पलंग है पूरा. मतलब एक पलंग नहीं, 50 पलंग होंगे उसमें. हमारा जो प्रधानमंत्री है, उसने आठ हजार करोड़ रुपए का जहाज खरीदा. क्यों? क्योंकि उनका जो दोस्त है ट्रंप, उनके पास आठ हजार करोड़ का जहाज है, तो इनको भी चाहिए.”इस पर स्मृति ईरानी ने कहा कि भारत के इतिहास में कभी भी किसी भी किसान के ट्रैक्टर में सोफा नहीं लगाया गया ,और जब उन्होंने इंडियन एयर फोर्स के प्लेन के बारे में बात की, मुझे नहीं पता राहुल गांधी हर बार इंडियन एयर फोर्स को ही क्यों ले आते हैं।

जब एक प्लेन UPA की सरकार के समय यानी 2011 में लिए
फैसले के आधार पर प्रिक्योर किया गया है, और राहुल गांधी को ऐसा लगता है कि फैसला गलत है, तो उन्हें सबसे पहले अपनी पार्टी से सवाल करना चाहिए. वो हमेशा इंडियन एयर फोर्ट का विरोध क्यों करते हैं। इसके अलावा स्मृति ईरानी ने ये भी कहा कि कृषि बिल किसानों के हक में हैं. बिचौलियों की व्यवस्था को खत्म करने के लिए हैं. ऐसे में राहुल को इतनी दिक्कत क्यों हो रही है. उन्होंने पूछा कि क्या राहुल बिचौलियों के साथ हैं?