अस्पताल में भर्ती कैदी ICU से हुआ फ़रार, बाथरुम की खिड़की तोड़कर भागा, हत्या के मामले में जेल में था बंद

रांची। झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़ा हुआ है। रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कैदी शनिवार तड़के फरार हो गया। कैदी सिद्धेश्वर ओरिया हत्या के एक मामले में दुमका जेल में बंद था। वहां तबीयत खराब होने पर उसे रिम्स लाया गया था। रिम्स के मेडिकल आईसीयू में उसका इलाज चल रहा था।

जानकारी के मुताबिक कैदी सिद्धेश्वर मौका पाकर आईसीयू के बाथरूम की खिड़की से फरार हो गया। एक दिन पहले शुक्रवार को उसे दुमका से रिम्स लाया गया था। घटना की सूचना मिलते ही रांची पुलिस महकमा अलर्ट हो गया. पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंचकर छानबीन की।

पुलिस के मुताबिक कैदी पेट दर्द की शिकायत के बाद रिम्स के मेडिसिन आईसीयू में एडमिट किया गया था. यहां डॉ० सीबी शर्मा की देखरेख में उसका इलाज चल रहा था। उसे मेडिसिन आईसीयू के बेड नंबर 3611 पर रखा गया था। कैदी की सुरक्षा में दो सिपाहियों को तैनात किया गया था, लेकिन दोनों को चकमा देकर कैदी शनि‍वार तड़के करीब 4 बजे वह बेड में बंधे रस्सी को खोल कर हथकड़ी समेत भाग निकला। उसे बेड पर नहीं देख सिपाहियों ने उसकी खोजबीन शुरू की. लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला। जिसके बाद बरियातू थाने को घटना की सूचना दी गई।

सिटी एसपी सौरभ ने कहा कि अगर कोई कैदी रिम्स लाया जाता है तो इसकी जानकारी वहां के सुरक्षा प्रभारी को होनी चाहिए। कैदी किस परिस्थिति में भागा है, इसकी जांच की जिम्मेदारी सदर डीएसपी को सौंपी गई है। वे मामले की जांच कर रहे हैं, इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि रिम्स के पास 100 से अधिक निजी सुरक्षाकर्मी हैं। इसके अतिरिक्त 100 के करीब सैप के जवान तैनात रहते हैं। बावजूद इसके रिम्‍स से कैदियों के भागने की घटना लगातार सामने आती रहती है।