सरगुजा: दो गुट में मारपीट… रिपोर्ट दर्ज कराने पूरी रात थाने में डटे सत्ता पक्ष के नपं अध्यक्ष एवं पार्षद.. सिफर रहा परिणाम



अम्बिकापुर/सीतापुर/अनिल उपाध्याय: सरगुजा जिले के सीतापुर इलाके में साप्ताहिक बुधवारी बाजार के दिन दो गुटों में हुई मारपीट के दौरान चोटिल युवक के पक्ष में विपक्ष के पार्षद एवं समर्थकों संग रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुँचे सत्ता पक्ष के पार्षद की रिपोर्ट दर्ज नही की गई। यह सुनते ही नपं अध्यक्ष भी थाने पहुँचे और रिपोर्ट दर्ज नही किये जाने से नाराज सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के पार्षद समेत समर्थकों संग पूरी रात एवं अगले दिन दोपहर तक थाने के बाहर डेरा जमा दिया। इसके बाद भी नतीजा कुछ नही निकला और सभी लोग बिना रिपोर्ट दर्ज कराए खाली हाथ वापस लौट आये। सत्ता पक्ष के अध्यक्ष एवं पार्षद होने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज कराने पूरी रात और आधा दिन थाने में डटे रहने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नही होने से जहाँ इनकी काफी किरकिरी हुई है। वही नगर में भी यह चर्चा का विषय बन गया है।

गौरतलब है कि बुधवार को साप्ताहिक बाजार में दो गुटों के बीच नोकझोंक के बाद जमकर मारपीट हो गया। जिसके बाद एक पक्ष के अजय पैंकरा की रिपोर्ट पर दूसरे पक्ष के विशाल तिग्गा, रजनीश मिंज, सौरभ अग्रवाल एवं एक अन्य के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।वही वार्ड क्र-6 के काँग्रेसी पार्षद अंकुर दास एवं वार्ड-14 के भाजपा पार्षद विक्की नामदेव के साथ दूसरे पक्ष से विशाल तिग्गा रिपोर्ट दर्ज कराने पहुँचे। जहाँ उनकी रिपोर्ट दर्ज नही की गई। जिसको लेकर थाने में कुछ देर के लिए माहौल गरम हो गया था।

इस बीच नपं अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर भी थाने पहुँच गए और रिपोर्ट दर्ज नही होने की बात पर सत्ता पक्ष के पार्षद विपक्ष के पार्षद एवं वहाँ मौजूद समर्थकों संग थाने के बाहर डेरा जमा लिया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें मनाने बुझाने की कोशिश की पर कोई असर नही पड़ा। उन्होंने पूरी रात और अगले दिन दोपहर तक थाने में डेरा जमाए रखा। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा होने के कारण दूसरे दिन दोपहर में सत्ता पक्ष के ब्लॉक काँग्रेस अध्यक्ष तिलक बेहरा, मंत्री प्रतिनिधि संदीप गुप्ता, बदरुद्दीन इराकी, नपं उपाध्यक्ष परमेश्वर गुप्ता थाने पहुँचे और मामले को संभालने की कोशिश की। किंतु बात नही बनी और पूरी रात और दूसरे दिन तक थाने में डेरा जमाने वाले नपं अध्यक्ष एवं पार्षद के साथ गए दूसरे पक्ष की रिपोर्ट दर्ज नही हुई। सत्ता पक्ष के नपं अध्यक्ष एवं पार्षद के साथ पुलिस का यह बर्ताव नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

इस संबंध में काँग्रेस के पार्षद अंकुर दास ने बताया कि चोटिल युवक मेरे वार्ड का निवासी है। जिसकी वजह से मैं उनके रिपोर्ट दर्ज कराने अपने विपक्ष के पार्षद विक्की नामदेव एवं समर्थकों संग थाने पहुँचा था। जहाँ मारपीट के दौरान चोटिल युवक के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के दौरान थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया।उन्होंने हमारे साथ काफी रूखा व्यवहार किया जो अशोभनीय था। हम सभी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पूरी रात और दूसरे दिन दोपहर तक थाने के बाहर डेरा जमाए हुए थे। उसके बाद भी हमारे साथ गए चोटिल युवक की रिपोर्ट दर्ज नही की गई।

इस संबंध में थाना प्रभारी एएसआई अलंगो दास ने बताया कि दोनों पक्ष में मारपीट की घटना के बाद एक पक्ष के अजय पैंकरा की रिपोर्ट पर दूसरे पक्ष के विशाल तिग्गा, रजनीश मिंज, सौरभ अग्रवाल एवं एक अन्य के विरुद्ध धारा 294, 506, 323 एवं अजा अजजा की धारा 3(1)(द),3(2)(v क)के तहत अपराध दर्ज किया गया है। जबकि दूसरे पक्ष के युवक विशाल द्वारा पहले दिए गए बयान में कुछ बोला गया है और बाद में जो आवेदन दे रहा था। उसमें कुछ और लिखा हुआ है। उसके खुद के बयान में काफी विरोधाभास है। फिलहाल पुलिस ने विशाल के आवेदन पर रिपोर्ट दर्ज नही किया है।