कुदरगढ़ मेला परिसर में श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों के आगमन पर प्रतिबंध…. लाईव टेलीकास्ट के माध्यम से श्रद्धालु कर सकेंगे माता के दर्शन

पूजा अर्चना सम्पन्न कराने अधिकृत पुजारियों, पुरोहितो, बैगाओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी

सूरजपुर। अनुविभागीय दण्डाधिकारी भैयाथान से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रतिवर्ष की भांति जिले के धार्मिक स्थल कुदरगढ़ में चैत्र नवरात्रि में कुदरगढ़ी माता की पूजा अर्चना परंपरानुसार इस वर्ष भी की जानी है। एसडीएम भैयाथान ने बताया कि वर्तमान में वैश्विक महामारी कोविड 19 के संक्रमण के कारण श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा चुनौतीपूर्ण कार्य है। महामारी के इस कठिन दौर में विगत वर्ष की भांति कुदरगढ़ मेला आयोजन किया जाना उचित नहीं है। कुदरगढ़ माता की पूजा अर्चना परंपरागत रीति-रिवाज से सीमित संख्या में पुजारियों, पुरोहितों, बैगाओं की उपस्थिति में किया जाना है। इस अवधि में पूजा अर्चना सम्पन्न कराने वाले अधिकृत पुजारियों, पुरोहितो, बैगाओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी। 

कुदरगढ़ी माता मंदिर में पूजा अर्चना परंपरागत रीति-रिवाज से सम्पन्न कराने की संपूर्ण जिम्मेदारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत ओड़गी एवं सचिव लोक न्यास कुदरगढ़ की होगी। इस वर्ष कुदरगढ़ मेला आयोजन प्रतिबंधित होने से महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। जिसमें मंदिर, मेला परिसर में श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों का आगमन पूर्णतः प्रतिबंधित होगा। परिसर में किसी भी प्रकार का कार्यक्रम आयोजन नहीं होगा। परिसर में हाट बाजार नहीं लगाये जायेंगे। मंदिर परिसर में किसी तरह का तस्वीर लेना (फोटो खिंचना) पूर्णतः वर्जित रहेगा। माता के दर्शन लाईव टेलीकास्ट के माध्यम से कराया जाएगा। नियमों का पालन नहीं करने पर 1000 रू. का जुर्माना लिया जायेगा। निर्णय के परिपालन में 09 अप्रैल 2021 से आगामी आदेश पर्यन्त तक मंदिर एवं मेला परिसर पूर्णतः बंद रहेगा।