महिला डीएसपी से थप्पड़ खाने के बाद महिला ने की आत्महत्या… पति सहित मोहल्लेवासियों ने की डीएसपी के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग

दुर्ग। छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल तीसरी बटालियन अमलेश्वर मे पदस्थ महिला डीएसपी अनामिका जैन श्रीवास्तव से सार्वजनिक रूप से बेइज्जत और थप्पड़ खाने के बाद दबाव में आई आदर्श नगर चरोदा निवासी महिला द्वारा घर पर बीती रात्रि फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई।

मृतिका के पति द्वारा डीएसपी अनामिका जैन श्रीवास्तव एवं उनकी सहेली पर आरोप लगाया है कि एवं उनकी महिला मित्र से प्रताड़ित होने के कारण उसकी पत्नी ने आत्महत्या की है। इसलिए तत्काल महिला डीएसपी को निलंबित किया जाए एवं उनकी सहेली और डीएसपी के पति कमल श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया जाए। जबकि मोहल्ले वासियों के द्वारा डीएसपी के खिलाफ अपराध कायम करने की मांग की है। मांग पूरी ना होने की स्थिति में चक्का जाम करने की चेतावनी दी गई है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।

भिलाई-3 पुलिस ने बताया कि वार्ड-23 आदर्श नगर चरोदा निवासी के सुखविंदर (40) अपने मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका का पति रायपुर स्थिति कंपनी में कायर्रत है। महिला के पति केवी अरुण कुमार ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की रात को डीएसपी अनामिका जैन अपनी महिला मित्र के साथ घर पर आई हुई थी। डीएसपी अनामिका जैन श्रीवास्तव ने उसके पति कमल श्रीवास्तव के साथ के सुखविंदर का अवैध संबंध होने का आरोप लगाया गया। साथ ही डीएसपी और उसकी महिला मित्र दोनों ही के द्वारा मेरी पत्नी सुखविंदर के साथ दुर्व्यवहार करते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके कारण पूरे मोहल्ले के लोग एकत्रित हो गए साथ ही मेरे बड़े भाई और भाभी भी पहुंच गए। सुखविंदर को महिला डीएसपी के द्वारा उसके जेठ, जेठानी एवं मोहल्ले वासियों के समक्ष सार्वजनिक रूप से लगातार अपने पति के साथ अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए बेइज्जत किया गया। मेरे द्वारा हस्तक्षेप करते हुए पुराने मामले को समाप्त करने की समझाइश दी गई। परंतु महिला डीएसपी किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थी। आवेश में आकर उसके द्वारा मेरी पत्नी को थप्पड़ मारा गया। इसके बाद भी विवाद को शांत करने के लिए मेरे द्वारा महिला डीएसपी से बात को समाप्त करने का आग्रह किया गया। परंतु वह मेरी 17 वर्षीय पुत्री को सामने बुलाने के लिए दबाव बनाती रही और धमकाया कि जब तक सुखविंदर की बेटी मेरे सामने नहीं आएगी तब तक मैं यहां से नहीं जाऊंगी।

बेटी के ट्यूशन में होने का हवाला देने के बाद भी महिला डीएसपी घर के सामने डटी रही और उसका गाली गलौज करना और मेरी पत्नी को अपमानित करने का कार्य जारी था। मेरे द्वारा इस पूरे मामले में बेटी को दूर ही रखने की गुजारिश की जाती रही, लेकिन वह महिला डीएसपी अपनी बात पर अड़ी रही जिस पर मुझे मजबूर होकर अपनी बेटी को ट्यूशन से बुलाना पड़ा ट्यूशन से घर पर आई बेटी के समक्ष उसकी मां पर कमल श्रीवास्तव के साथ अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए थप्पड़ मारा और और बेइज्जती की इसके बाद महिला डीएसपी अपने साथी के साथ चली गई।

मेरी पत्नी सुखविंदर अपनी पुत्री जेठ जेठानी और मोहल्ले वासियों के समक्ष महिला डीएसपी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के कारण दबाव में आ चुकी थी। किसी तरह महिला डीएसपी के जाने के बाद परिवार सहित हम घर में चले गए जिसके कारण मैं ड्यूटी में भी नहीं जा सका। सुबह 5:30 बजे के लगभग कंपनी से फोन आने पर मेरी नींद खुली और किचन में देखा की पत्नी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई है।

जिसकी सूचना भिलाई-3 पुलिस को दी। सूचना पर भिलाई-3 पुलिस द्वारा तत्काल मौके में पहुंचकर मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है। थाना प्रभारी संजीव मिश्रा ने बताया कि महिला द्वारा छोड़े गए सुसाइडल नोट में अपनी मर्जी से आत्महत्या करने का उल्लेख किया गया है। जबकि पति द्वारा महिला डीएसपी अनामिका जैन श्रीवास्तव द्वारा कल किए गए दुर्व्यवहार की शिकायत की गई है। मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। दूसरी ओर छाया पार्षद व्यंकटराव ने आरोप लगाया है कि
महिला सुखविंदर के आत्महत्या मामले में डीएसपी अनामिका जैन श्रीवास्तव के कारण ही घातक कदम उठाया है। जिस तरह से महिला डीएसपी डराने धमकाने मृतका के घर पहुची थी। इसी वजह से महिला ने आत्महत्या किया है। इस डीएसपी के खिलाफ निलंबित कार्रवाई होना चाहिए। वही प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश समन्वयक सुप्रीय टेम्बुलकर ने भी आरोप लगाया कि महिला डीएसपी की प्रताड़ना के कारण ही महिला सुखविंदर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुई थी। जिस प्रकार से महिला डीएसपी के द्वारा पूरे मोहल्ले के समक्ष महिला को आरोपित किया गया था। उसके कारण वह पूरी तरह दबाव में आ गई थी। इसके बाद ही महिला के द्वारा उक्त कदम उठाया गया महिला डीएसपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जानी चाहिए।