स्थानांतरण की सुगबुगाहट..दहशत में चिकित्सक…

[highlight color=”red”]बिगड़ सकती है जिला अस्पताल की व्यवस्था[/highlight].[highlight color=”black”].डीन ने शासन को लिखा पत्र[/highlight]

 

[highlight color=”black”]अम्बिकापुर[/highlight][highlight color=”red”] दीपक सराठे [/highlight]

शासन द्वारा कर्मचारियों की हाल ही में सर्जरी के बाद एक और सर्जरी जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज में होने की सुगबुगाहट से अम्बिकापुर जिला चिकित्सालय में कई वर्षों से पदस्थ  चिकित्सक व तकनीकी कर्मचारी दहशत में है। संभवतर इस सर्जरी की लिस्ट आज शासन द्वारा जारी कर दिये जाने की खबर है।  स्थानांतरण की तलवार को अपने ऊपर लटकता देख एक तरफ  जहां हलचल का माहौल है, वहीं चिकित्सकों ने साफ  कह दिया हैं कि अगर वे यहां से कहीं और भेजे जाते है तो आने वाले समय में मेडिकल कॉलेज की ओर उनका सहयोगात्मक रवैया न के बराबर होगा। बहरहाल मेडिकल कॉलेज के डीन श्री लूका ने इस संबंध में शासन को पत्र लिख चिकित्सकों के स्थानांतरण की जगह मेडिकल कॉलेज के हिसाब से अलग अन्य स्थानों के चिकित्सकों को भेजने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि सरगुजा को 100 सीट के लिए मेडिकल कॉलेज की मान्यता के बाद उसे शुरू करने कागजी ताने बानो में उलझे अधिकारी जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज के मरीजों व वहां के व्यवस्था की ओर से मानों अपना ध्यान पूरी तरह से खींच चुके है। हर रोज कोई न कोई अव्यवस्था की खबर अखबारों की सुर्खियां बन रही है। इस बीच सप्ताह भर पहले शासन के द्वारा कर्मचारियों, स्टाफ  की सर्जरी कर यहां से कुछ लोगों को दूसरे स्थान व कुछ को वापस अस्पताल में स्थानांतरित किया जा चुका है। अब चिकित्सकों व बचे अन्य स्टाफ  की बारी है। सूत्रों के अनुसार उनकी सर्जरी की लिस्ट भी संभवतरू आज शाम तक जारी हो सकती है। संभावित लिस्ट के मद्देनजर चिकित्सक दहशत में है। सरगुजा के सीएमओं डॉ. एके जायसवाल का स्थानांतरण सूरजपुर में हो चुका है। बाकि पुराने चिकित्सक अपने स्थानांतरण को लेकर दहशत में है। हालांकि अगर जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज से कई अच्छे चिकित्सकों का तबादला हो जाता है तो इसका खामियाजा मरीजों को ही भुगतना पड़ेगा। वर्तमान में कई नये पदस्थ चिकित्सक तो ऐसे पदस्थ किये गये है, जो मरीज से स्वयं सवाल करते है कि तुम्हे बुखार है या नही। अच्छे डॉक्टरों की आवश्यकता मेडिकल कॉलेज को है। ऐसे में उनका तबादला हो गया तो यहां की व्यवस्था का भगवान ही मालिक है। शासन द्वारा भेजे गये पत्र के बारे में जानकारी लेने मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. लूका के दूरभाष पर कई बार सम्पर्क किया गया, परंतु उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।