स्कूलों में “सुलतान”देखने की शिक्षा…….

[highlight color=”black”]बिलासपुर[/highlight] [highlight color=”red”]पेंड्रा से रामेश्वर तिवारी[/highlight]

छत्तीसगढ़ के गौरेला विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने सलमान की फिल्म ‘सुल्तान’ दिखाने के लिये अनोखा आदेश जारी किया है,  बिलासपुर के गौरेला के विकासखंड शिक्षा अधिकारी आर एल कुजूर ने सभी प्रायमरी, मिडिल तथा हाई स्कूल के प्राचार्यों को आदेश दिया है कि छात्र-छात्राओं को ‘सुल्तान’ फिल्म दिखा सकते हैं,

उन्होंने इसे विद्यार्थियों के लिये उच्च गुणवत्तायुक्त फिल्म करार दिया है, गौरतलब है कि यह फिल्म इन दिनों गौरेला के अन्नपूर्णा चित्र मंदिर में दिखाई जा रही है,विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने सभी प्राचार्यो को 28 जुलाई को जारी आदेश में कहा है कि स्कूल के बच्चों को दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे का शो दिखा सकते हैं, जिसका पूर्व सूचना टाकीज वाले को तथा उनके कार्यालय को देने के लिये कहा गया है, फिल्म ‘सुल्तान’ के टिकट दर प्राइमरी तथा मिडिल स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिये बीस रुपये तथा हाई स्कूल वालों के लिये तीस रुपये रखी गई है, वही टीचरों को फिल्म निशुल्क दिखाई जा रही है,

वही दूसरी ओर विकास खंड शिक्षा अधिकारी के इस आदेश से क्षेत्र में लोग अचंभित है की सलमान खान की फिल्म सुलतान में उन्होंने एसा क्या देखा की स्कूल के बच्चो को फिल्म दिखा कर शिक्षा ग्रहण करने का फरमान जारी कर दिया, लिहाज बच्चो ने तो इस आदेश का जमकर लाभ लिया और सलमान की सुलतान देख कर खूब मजे लिए, हलाकि रिफ्रेस्मेंट के नजरिये से बच्चो को फिल्म दिखाना लाजमी है जिसके तहत शासन द्वारा देशभक्ति व शिक्षा प्रद फिल्मो को बच्चो को समय समय पर दिखाया जाता रहा है, लेकिन बच्चे तो बच्चे है पर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को भी यह सुध नही है की बच्चो की शिक्षा या सन्देश के लिए कैसी फिल्म दिखाई जाए, साथ ही बच्चो से फिल्म देखने का पैसा लिया जाना और शिक्षा विभाग के स्टाफ को फ्री में फिल्म दिखाना शिक्षा विभाग के आदेश पर कई सवाल खड़े कर रहा है,