पहाडी कोरवा आश्रम में बच्चो का हाल बेहाल..कही लाल पानी तो कही छाया अन्धकार….

[highlight color=”black”]पहाड़ी कोरवा आश्रमो का हाल-बेहाल[/highlight]

[highlight color=”red”]बच्चे कहीं लाल पानी पीने मजबूर तो कहीं रात-रातभर अंधेरे में गुजारने को मजबूर[/highlight]

 

[highlight color=”red”]जशपुर[/highlight]

बगीचा मुख्यालय से महज 10 से 12 किमी की दूरी पर क्रमश: संचालित पहाड़ी कोरवा बालक-बालिकाओं के आश्रमो में बच्चे मूलभूत सुविधा के लिय तरस रहे हैं। ब्लॉक मुख्यालय से लगे ऐसे आश्रमो में कहीं पीने के लिये लगाये गये बोर से लाल पानी मजबूरी में बच्चे पीने को मजबूर हो रहे हैं तो कहीं आश्रमो में बिजली नहीं होने से रात-रात भर बच्चों को अंधेरे में ही रात गुजारनी पड़ रही है, तो कहीं आश्रम के बच्चों को पीने का पानी व नहाने के लिये पानी गांव से ढोकर पानी लाना पड़ रहा है।

इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार अजजा बालक आश्रम रोकड़ा पाठ में एक महज बोर महिनों से खराब पड़ा है। गांव के एक बोरिंग जो आधा किमी दूर है, वहां से बच्चों को रोज पीने व नहाने के लिये पानी ढो-ढोकर आश्रम लाना पड़ रहा है। अजजा बालक आश्रम गायबूड़ा में कई दिनों से लाईट खराब हो जाने से बच्चों को अंधेरे में ही रात गुजारना पड़ रहा है। यहां सौर प्लेट से 3 इन्वर्टर है। तीनों एक वर्र्ष से खराब हो गये हैं। बच्चों ने बताया कि आश्रम में 4 छोटी इमरजेंसी लाईट है जो प्रतिदिन 2 घंटे जलता है। उसके बाद हमें रात भर अंधेरे में रहना पड़ता है जो कि सुरक्षा के मद्देनजर खतरा है। शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक ले-देकर इमरजेंसी लाईट जलता है, जिससे खाना खाकर हम सो जाते हैं। रात भर अंधेरे में ही गुजारना पड़ता है। अजजा रंगापाठ आश्रम में बिजली व पानी दोनों की समस्या है। यहां के बच्चों ने बताया कि यहां 2 इंवर्टर है, जिसमे दोनों कई महीनों से खराब पड़ा है, जिसके चलते बिजली की समस्या है।  यहां बच्चों को शाम होते ही रात भर अंधेरे में ही रहना पड़ता है। बच्चो ने बताया कि यहां के बोर से लाल पानी निकलता है, जिसे पीने व उपयोग करना मजबूरी है। बच्चो ने बताया कि लाल पानी पीने से कई बच्चे बिमार पड़ रहे हैं। सीईओ बगीचा श्री पैकरा से जब इस संबंध में बात करने मोबाईल से सम्पर्क किया गया तो उनका मोबाईल बंद मिला। इसी प्रकार पीएचई एसडीओ से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि दिखवाता हॅू।