पंचायतों में फर्जी बिल बनाने का गोरखधंधा… धुरकोट सचिव के कारनामे से सरकार को लग रहा करोड़ों का चुना.. कमीशन के बदले पंचायत को देता हैं फर्जी बिल बनाकर..

जांजगीर-चांपा। नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम धुरकोट के पंचायत सचिव ने कमाई का गोरखधंधा इजाद किया है। पंचायतों प्रतिनिधियों से कमीशन लेकर फर्जी बिल बनाकर पंचायतों को देता है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब सूचना के अधिकार लगा कर जानकारी चाही गई। नवागढ़ ब्लॉक के दर्जनों पंचायतों में हुए निर्माण कार्यों में मटेरियल प्लाई, कंप्यूटर कार्य, और भी विभिन्न कार्यो के नाम से अलग-अलग फर्म के नाम से फर्जी बिल बनाया जाता है। शासकीय पदों पर रह कर इस तरह गैर कानूनी कामो में संलिप्त सचिव, यह काम यू ही चुटकी में कर लेता है। कंप्यूटर से किसी भी फर्म का नाम देकर अपने पत्नि के नाम से लिये जीएसटी नंबर का उपयोग कर के यह काम को अंजाम देता है। कई पंचायतो में तो बिना जीएसटी बिल देकर फर्जी बिल बना देता है। इसके प्रमाण देखने को मिल जाएंगे। इस सचिव का मूल स्थापना ग्राम पंचायत धुरकोट में है। लेकिन यह अपने बिल का उपयोग हर उस भष्ट्राचार को अंजाम देने के लिए करता है।

इसकी शिकायत भी कई बार अधिकारियों से कई है लेकिन पैसे का लोभ इस सचिव के ऊपर इतना हावी है कि सही गलत का अंदाज़ भी नही है। कुछ दिन पहले ही एक पंचायत का बिल साई इंटरप्राइजेज फर्म के नाम बनाकर पंचायतों को दिया गया लेकिन सबसे बड़ी गलती इन्होंने यह कर दी कि फ़र्म का पता चाम्पा स्टेशन रोड दे दिया, लेकिन जब स्टेशन रोड में इस फर्म को खोजा गया। तो वहां इस नाम से कोई फर्म नहीं मिला, तब जाकर इस बिल में अंकित जीएसटी नंबर के आधार पर जीएसटी कार्यालय पर पता किया गया  तो इसका पता केरा रोड़ तिवारी कांप्लेक्स में जाकर मिला। शिकायत के बाद जीएसटी कार्यालय के अधिकारी इस फर्म को नोटिस देकर जवाब तलब किया।

इस तरह पंचायत सचिव प्रकाश साहू द्वारा गैरकानूनी रूप से फर्जी बिल बना कर करोड़ो रूपये का सरकार को चुना लगा रहा है। अब इसकी शिकायत पंचायत मंत्री के अलावा कलेक्टर से किया गया है। अब जल्द इस सचिव के ऊपर कड़ी कार्यवाही हो सकती है।