मिशन 2023 : असम से आये बीजेपी विधायक ने जब सक्ती विधानसभा के दावेदारो को “गीता” छूकर गुटबाज़ी नही करने की कसम दिलाई…तब दावेदारों ने कहा पूर्व विधायक खिलावन साहू से पूछिए 2018 के विधानसभा में क्या किया था…!

जांजगीर चाम्पा। सक्ति विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी में भी दर्जनों दावेदार सामने आए है. वहीं चुनाव नजदीक आते बड़े नेता सक्ति विधानसभा पहुंच रहे हैं. कार्यकर्ताओं एवं  दावेदारों से मिलकर रणनीति तैयार कर चुनाव में जीतने वाले प्रत्याशियों की तलाश की जा रही है. इसी सिलसिले में असम के प्रवासी विधायक ज्योति कुर्मी सक्ति पहुंचे हुए थे. जहाँ सक्ति विधानसभा के पूर्व विधायक खिलावन साहू के खिलाफ सक्ति के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने असम से आए प्रवासी विधायक ज्योति कुर्मी के सामने खूब कड़ी खोटी सुनाएं. कहा कि बीजेपी एकजुटता,अनुशासन की बात करती है लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में देखा गया कि टिकट कटने के बाद पूर्व विधायक खिलावन साहू क्षेत्र को छोड़कर दूसरे जगह प्रचार कर रहे थे. यह बात जब सात दिवसीय दौरे में सक्ति विधानसभा पहुंचे असम के प्रवासी विधायक ज्योति कुर्मी के सामने बीजेपी के दावेदारों ने की कही, तब असम की विधायक सोच में पड़ गए.सक्ति विधानसभा क्षेत्र में घूम कर दावेदारों एवं कार्यकर्ताओं से बातचीत कर विधानसभा चुनाव के लिए समीकरण बनाने क्षेत्र में पहुचे हुए थे.  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रवासी विधायक सक्ति विधानसभा के बीजेपी दावेदारों को बैठक लेकर चर्चा की और वन टू वन बातचीत कर उनके विचारों को आदान-प्रदान किया, वही सभी को एक जुट होकर एक साथ पार्टी लाइन में काम करने की नसीहत दी. सूत्रों की माने तो सभी दावेदारों के बीच कहा कि टिकट तो किसी एक को ही मिलना है लेकिन टिकट मिलने के बाद अक्सर देखा जाता है  कि कुछ कार्यकर्ता पार्टी लाइन से बाहर जाकर काम करते हैं जिसके लिए उन्होंने सभी दावेदार को सख्त निर्देश देते हुए गीता का कसम खाने की बात कही, तभी कुछ दावेदार ने आक्रोश में आकर कहने लगे कि आप पूर्व विधायक खिलावन साहू से पूछिए कि जब पूर्व मंत्री मेघाराम साहू को 2018 में पार्टी ने टिकट दिया था तब खिलावन साहू ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर काम किया था .वहीं क्षेत्र को छोड़कर अन्य विधानसभा में जाकर काम किया था. इस तरह कार्यकर्ताओं ने सीधे आरोप पूर्व विधायक खिलावन साहू पर लगाए. सूत्रों ने यह भी बताया कि क्षेत्र में खिलावन साहू के दावेदारी मजबूती से देखी जा रही है, लेकिन कार्यकर्ता भी उनके खिलाफ अभी से बोलना शुरू कर दिए है. कार्यकर्ताओं द्वारा कहा जा रहा है कि जिस पार्टी ने पूर्व विधायक पर 2013 के विधानसभा चुनाव में विश्वास करके टिकट दी थी , जिसमे विजयी हुए थे .उसके बाद 2018 में किसी कारणवश टिकट कट गई जिसके आक्रोश में आकर पूर्व विधायक खिलावन साहू ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर काम किया था. बीजेपी के दावेदारों ने एवं पूर्व प्रत्याशी मेघाराम साहू के समर्थको ने खिलावन साहू के खिलाफ जोरदार गुस्सा उतारा, वही प्रवासी विधायक से इसकी शिकायत भी किया।