नशे में धुत पति ने पत्नी की हत्या कर आंगन में दफना दी लाश.. खाना बनाने को लेकर हुआ था विवाद

सूरजपुर. 18 अप्रैल को ग्राम भवराही निवासी सज्जन राम ने चौकी बसदेई में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराया. कि आज सुबह सूचना मिला था कि भवराही गांव का सत्यनारायण चेरवा दिनांक 17 अप्रैल को दोपहर करीब 2-3 बजे अपनी पत्नी बसंती चेरवा के साथ झगड़ा विवाद कर रहा था. जिसे समझाने के लिए सुबह 7.00 बजे उसके घर गया.

जहां सत्यनारायण चेरवा मिला जिससे उसकी पत्नी बसंती के संबंध में पूछे जाने पर 3.00 बजे भोर में घर से निकलकर घर को बाहर से बंद करके कहीं चले जाना बताया. संदेह होने पर घर के पीछे के दरवाजे से देखा. तो आंगन में नया मिट्टी खोदा गया था. शंका है कि सत्यनारायण चेरवा अपनी पत्नी को मारपीट कर उसकी हत्या कर आंगन में गाड दिया होगा.

बसदेई चौकी प्रभारी ने सूचना से पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा को अवगत कराया. जिस पर उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव को उत्खनन कर विधि अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए.

चौकी प्रभारी सुनील सिंह पुलिस टीम के साथ सूचना तस्दीक हेतु मौके पर पहुंचकर घर पर लगे ताला तोड़ने का पंचनामा तैयार कर अंदर जाकर देखा गया. घर के अंदर कई जगहों पर खून के छीटे थे. तथा आंगन में नई मिट्टी खोदा गया था. जो हत्या कर शव को छुपाने की अंदेशा पर एसडीएम भैयाथान को शव उत्खनन कराने हेतु प्रतिवेदन भेजा गया.

तहसीलदार भैयाथान प्रतीक जायसवाल की उपस्थित में शव उत्खनन पंचनामा तैयार कर मिट्टी को खुदवाकर देखा गया. तो बसंती चेरवा के रूप में शव की पहचान हुई. जिसकी हत्या सत्यनारायण चेरवा के द्वारा शराब के नशे में पारिवारिक बात को लेकर मारपीट करने से आई चोट के कारण होना तथा हत्या कर शव को आंगन में साक्ष्य छुपाने के उद्धेश्य से दफना कर ताला लगाकर भाग गया है. प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 153/20 धारा 302, 201 भादवि के तहत मामला पंजीबद्व विवेचना में लिया गया.

पुलिस अधीक्षक ने जघन्य हत्या कर साक्ष्य को बड़ी चालाकी से छुपाकर फरार हुए. आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश चौकी प्रभारी बसदेई को दिए. बसदेई पुलिस ने विवेचना में पाए गए साक्ष्य, गवाहों के कथन एवं घटना स्थल निरीक्षण, शव उत्खनन से मृतिका की मृत्यु उसके पति सत्यनारायण के द्वारा मारपीट कर हत्या कर व साक्ष्य छुपाने के उद्धेश्य से दफना कर ताला लगाकर भाग गया था. इसी दौरान पुलिस टीम ने मुखबीर की सूचना पर आरोपी सत्यनारायण को ग्राम खुटरापारा से घेराबंदी कर पकड़ा गया.

पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि घटना दिनांक को पत्नी बसंती से खाना नहीं बनाने की बात को लेकर विवाद हुआ था. उस दौरान शराब के नशे में मारपीट कर हत्या करना एवं आंगन में मिट्टी खोदकर दफना देना स्वीकार किया. आरोपी के मेमोरण्डम के आधार पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डण्डा, सब्बल व फावड़ा जप्त किया है. आरोपी सत्यनारायण चेरवा के विरूद्व अपराध सबूत पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, आरक्षक देवदत्त दुबे, महेन्द्र प्रताप सिंह, अमरेन्द्र दुबे, महेन्द्र यादव व प्रदीप साहू सक्रिय रहे.