70 साल बाद इस वन ग्राम को CM ने शामिल किया राजस्व ग्राम में

मुख्यमंत्री निवास में तीन महीने बाद आज आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की और अपनी मांगों और समस्याओं से संबंधित आवेदन दिया। मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिनिधि मंडलों और व्यक्तिगत समस्या लेकर आए लोगों से मुलाकात की और उन समस्याओं को निराकरण के निर्देश संबंधित विभाग को दिए। कोरबा जिले के पाली विकासखंड के वनग्राम लीमपानी के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बताया कि वे 70 वर्षों से वनग्राम में निवास कर रहे हैं और उन्हें वन अधिकार पत्र भी मिल चुका है, लेकिन वन ग्राम होने के कारण उन्हें अनेक शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। मुख्यमंत्री ने वनग्राम लीमपानी को राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने के निर्देश कलेक्टर कोरबा को दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह से नगर निगम भिलाई-चरौदा के चरौदा दादर बस्ती के लोगों ने मुलाकात की। उन्होंने ने बताया कि वे पिछले 15 वर्षों से बस्ती में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, अब नगर निगम द्वारा बरसात में उनकी झोपड़ियों को हटाया जा रहा है, जिससे बरसात में उन्हें दिक्कत होगी। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं को गौर से सुना और कलेक्टर दुर्ग को इन सभी परिवारों का उचित व्यवस्थापन करने के निर्देश दिए। इसी तरह कोरबा जिले के पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत बतरा के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सरपंच और सचिव के खिलाफ आर्थिक अनियमितता करने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने इसकी जांच के निर्देश कलेक्टर को दिए।
छत्तीसगढ़ फिल्म विकास संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने भी मुख्यमंत्री डॉ. सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों को जीएसटी से मुक्त करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग के प्रमुख सचिव को इसका परीक्षण कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आज के जनदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों ने व्यक्तिगत समस्याओं से संबंधित आवेदन पत्र दिया। इसमें ज्यादातर आवेदन इलाज के लिए आर्थिक सहायता से संबंधित थे। मुख्यमंत्री ने पांच मरीजों बीरगांव के राजेश कुमार, चमड़ा गोदाम रायगढ़ की श्रीमती प्रीति डेनियल, सिविक सेन्टर दुर्ग की मोतिन बाई देशमुख, ग्राम झिरिया तहसील सिमगा के कलाराम यादव, साहू बाड़ा बिलासपुर के चन्द्रमोली को किडनी के इलाज के लिए संजीवनी कोष से आर्थिक सहायता देने की स्वीकृति प्रदान की।