बलरामपुर: मंत्री जी के निरीक्षण में जुटा था अस्पताल का अमला… लेकिन धूल खाते पालना घर पर किसी ने नही दिया ध्यान… तो आखिर कैसे कोई छोड़ेगा अपने अनचाहे नवजात को?..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…आपने अक्सर लावारिस  हालतों में मिले अनचाहे नवजात शिशुओं के बारे में सुना होगा..और इस को लेकर प्रबुद्ध समाज वर्ग में रोष भी अक्सर देखा जाता है..बहुतेरे चर्चाएं भी होती है..वही एक ऐसी व्यवस्था बनाई गई है..जहाँ अनचाहे नवजात शिशुओं को रखने की व्यवस्था की गई है..जिसे पालना घर के नाम से भी जाना जाता है..लेकिन बलरामपुर जिला अस्पताल परिसर में बनाया गया पालना घर धूल खा रहा है..और अस्पताल प्रबंधन को इतनी भी फुर्सत नही है..की पालना घर मे जमी धूल को साफ कर दिया जाए..जहाँ कोई अपने अनचाहे नवजात को  किसी सुनसान जगह में ना छोड़कर पालना घर मे छोड़ सकें।

दरअसल जिला अस्पताल में अनचाहे नवजात को रखने के लिए “पालना घर” बनाया गया है..लेकिन पालना घर की स्थिति ऐसी है..की वहाँ कोई भी अपने अनचाहे नवजात को कैसे छोड़े..पालना घर तो धूल खा रही है..लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नही गया।

बता दे कि जिले के प्रभारी मंत्री व नगरीय प्रशासन ,श्रम विभाग  के मंत्री शिव डहरिया जिले के प्रवास पर है..और आज ही उन्होंने जिला अस्पताल परिसर में स्थित धन्वन्तरी मेडिकल का निरीक्षण किया है..और आवश्यक दिशा निर्देश जिम्मेदार अधिकारियों को दिए गए है..लेकिन धन्वन्तरी मेडिकल से कुछ ही दूरी पर स्थित पालना घर पर मंत्री जी का ध्यान भी नही गया.