तस्वीर.. जख्म पर “मरहम” की जगह “नमक” सी है सरकार, विपक्ष और कॉरपोरेट की यह हंसी..!

अंबिकापुर जख्म पर “मरहम” की जगह “नमक” का काम कर रही है यह हंसी.. सियासत का असल चेहरा इस तश्वीर में उजागर हो रहा है.. जिसमे पक्ष, विपक्ष और कारपोरेट एक साथ ठहाके लगा रहे है.. दरअसल अदानी की स्कूल के शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रदेश के मुखिया डॉ रमन सिंह, प्रमुख विपक्षी दल के नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंह देव और चर्चित अदानी कंपनी की चेयर पर्शन डॉ प्रीती आदानी एक साथ थे और इस दौरान एक तश्वीर में तीनो ठहाके लगाकर हँसते नजर आ रहे है..

जाहिर है जिनके साथ पक्ष और विपक्ष दोनों ही ठहाके लगा रहा है उनकी ही कंपनी पर जंगल के दोहन के आरोप है.. उनकी ही कंपनी के कोल परिवहन की वजह से सैकड़ो लोगो की जान सड़क दुर्घटना में जा रही है.. जितनी संजीदगी से इस कार्यक्रम में अतिथियों की आमद हुई है अगर इतनी ही संजीदगी ये अतिथि लोगो की मौत पर दिखाते तो शायद यह सवाल खड़े नहीं होते.. लेकिन लोग मरते है तो मरे.. जंगल कटता है तो कटे.. इन्हें क्या..?

शायद सत्ता और विपक्ष दोनों ही कान में म्यूजिकल इयर फोन और आँख में अदानी का चश्मा लगाए हुए है.. तभी तो इतने खुश है..?

पुराने समय में आपने एक कहावत सुनी होगी की “गाँव से बारात नहीं होती” अर्थात इसका आशय यह होता था की बराती कभी गांव वालो से पंगा नहीं ले सकते क्योकी उनकी संख्या वहां पर अधिक होती है.. लेकिन यहाँ पर तो माजरा उलटा ही हो गया, यहाँ वाकई में गाँव से बड़ी  बरात साबित हुई.. क्योकी अदानी के कार्यक्रम में पहुचे मुख्य मंत्री की पहुँच से ग्रामीणों को काफी दूर रखा गया था.. आयोजन स्थल में भीड़ बढाने कुछ चुनिन्दा लोगो को ही प्रवेश-पत्र के साथ अन्दर जाने दिया गया.. इतना ही नहीं आम तौर पर सीएम के आयोजन में होने वाली सुरक्षा जांचो से कही अधिक सुरक्षा इस कार्यक्रम में थी.. क्योकी बात कुछ और ही थी..

नतीजन ग्रामीणों को जब उनके मुखिया से मिलने का मौक़ा नहीं मिला ग्रामीण भड़क गए और जैसे ही सीएम का हेलीकाप्टर उन्हें आसमान में उड़ता दिखा.. तो इधर सड़क से जाने वाली सरकारी वाहनों को ग्रामीणों ने रोक दिया.. और काफी देर तक बवाल और जाम की स्थिति बनी रही.. और परदे के पीछे चल रही इस कहानी से मुख्यमंत्री को या तो रू-ब-रू होने नहीं दिया गया या फिर वो खुद इसे जानना नहीं चाहते थे.. वही कांग्रेस के कद्दावर नेता और क्षेत्र के विधायक को भी यह कहानी नही दिखी.. बहरहाल ग्रामीणों के सवाल बहोत है..? लेकिन इसका सही जवाब देने वाला कोई नहीं..