आश्रम की खिड़की सलामत होती तो नहीं होती सुशीला की दर्दनाक मौत..!

अंबिकापुर (निलय त्रिपाठी) जिले के बतौली विकासखंड के पहाड़ी कोरवा आश्रम भटको में रहने वाली एक छात्रा की मौत हो गई है.. छात्रा आश्रम से भाग रही थी तभी खेत मे बिछे तार की चपेट में आने से छात्रा बुरी तरह झुलस गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया लेकीन तब तक 10 वर्षीय छात्रा सुशीला की मौत हो चुकी थी।

जानकारी के अनुसार सुशीला आज भोर में 5 बजे करीब अपनी अन्य 6 साथी छात्राओं के साथ आश्रम से भाग रही थी। और सबसे आगे सुशीला ही थी जिससे करंट की चपेट में आ गई.. सुशीला बागपनी करदना की रहने वाली थी। ये सभी छात्राएं शासकीय आश्रम की टूटी खिड़की से निकल कर भागने का प्रयास रही थी। लेकिन इस घटना के बाद सभी वापस आश्रम आ गई.. आश्रम के खिड़की से जब सभी 7 छात्राएं भाग रही थी खेत के पंप को चलाने के लिए किसानों द्वारा बिछाए गए 3.तरंगित तार में झुलसने से सुशीला की मौत हो गई , इधर सुशीला को झुलसा देख बांकी छात्रा आश्रम वापस आ गई,, और वापस आकर आश्रम की रशोइया को बताया जिसके बाद उसने घटना के जानकारी अपने रूम में सो रही अधिक्षक को दी ,, हालांकि जब तक सुशीला को अस्पताल लाया गया , डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बहरहाल खिड़की के टूटे हुए दो राड की वजह से यह दर्दनाक हादसा हो गया.. खिड़की में दो राड नहीं था और उसी से भाग कर ये छात्राएं खेत में पहुची थी.. बताया जा रहा है की जिस तार की करंट से छात्रा की मौत हुई है वह अवैध रूप से लगाया गया था.. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है..