जांजगीर चाम्पा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सूरजपुर दौरा के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा कमीशन खोरी की शिकायत के बाद सूरजपुर जिला पंचायत सीईओ राहुल देव को हटा दिया है अब जांजगीर-चांपा जिले के एडीएम के पद पर कार्यभार दिया गया है । वही नीला कोसम को सूरजपुर जिला पंचायत सीईओ बनाया गया । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिकायत के बाद कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं .एक भ्रष्ट अधिकारी को सिर्फ जगह बदल कर दूसरी जगह रख देने से कमीशन खोरी या भ्रष्टाचार कम हो सकता है यह सबसे बड़ा सवाल है ? कमीशन खोर अधिकारी का स्थानांतरण जांजगीर चाम्पा कर देने से क्या कमीशन खोरी, भ्रष्टाचार रुक सकता है यह सवाल अब हर एक जनता के जिहान में हैं . आने वाले समय में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आगमन जांजगीर चाम्पा जिला होगा तो यही कमीशन खोर अफसर मुख्यमंत्री के आव भगत करते नजर आएंगे । जांजगीर-चांपा जिला अब भ्रष्ट अधिकारियों का गढ़ बनते जा रहा है, यहां आने वाले हर एक अफ़सर का कोई ना कोई पुराना रिकॉर्ड जरूर होता है जो या तो कमीशन खोरी में माहिर होते हैं या भारी भ्रष्टाचार में सलिप्त रहते हैं। इस तरह जिला अब एक भ्रष्टाचार अफसरों के लिए पनाहगाह बनते जा रहा है .यहां विकास कार्यों से लेकर निर्माण कार्यों के लिए अफसर खुले रुप से कमीशन की मांग करते रहते हैं .लेकिन उन पर अभी तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है. जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दौरा अलग अलग जिलों पर हो रहा है तो इन भ्रष्ट अधिकारियों का होश उड़ गया है । अब अपने आपको साफ पाक दिखाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जनता आने वाले समय का इंतजार में हैं जब जांजगीर-चांपा जिले का दौरे में मुख्यमंत्री आएंगे तो मुख्यमंत्री के सामने दर्जनों शिकायतें सामने आएगी। वही आशंका जताई जा रही है कि यहां भी एक-दो अधिकारी जरूर निपटेंगे, क्योंकि जांजगीर-चांपा जिला पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा भ्रष्ट जिले के नाम से जाना जाता रहा है। वही खुले रूप से यहां अधिकारी अपनी मनमानी करते नजर आते हैं। यहां अधिकारीओ को न किसी मंत्री का डर है और नहीं कोई उच्च अधिकारियों का डर है । खुले रूप से कमीशन की मांग करते रहते हैं अब देखना होगा कि जांजगीर चांपा दौरे के दौरान किस अधिकारी पर गाज गिरती है।
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