मिशन 2018..गठबंधन की अटकलें हुई खत्म..90 सीटो पर चुनाव लड़ेगी सपा…

  • मिशन 2018… छ.ग. मे 90 सीटो पर चुनाव लडेगी सपा, जांजगीर पहुचें सपा के पूर्व मंत्री जुगल किशोर वाल्मीकि ने की फटाफट न्यूज रिपोटर की चर्चा ..
जांजगीर चांपा (संजय यादव)समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री जुगल किशोर वाल्मीकि ने फटाफट न्यूज से चर्चा पर बताया कि वर्ष 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रदेश की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी ..
रिपोटर – आपकी पार्टी छ.ग. मे कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी से विधान सभा मे समझौता करेगी..
जुगल किशोर वाल्मीकि – हम कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी या जनता कांगे्रस छत्तीसगढ़ से राजनीतिक समझौता करने बिलकुल पक्ष में नही है। हम स्वयं के बल पर विधान सभा चुनाव लडेगें।
रिपोटर – जिलें में आप की पार्टी संगठन को लेकर क्या प्रयास किया जा रहा हैं ?
जुगल किशोर वाल्मीकि – सपा सुप्रीमो के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में संगठनात्मक गतिविधियों के अलावा विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक संभावनाओं को टटोल रहे हैं। जांजगीर चांपा जिले के छः विधान सभा मे जाकर लोगो से चर्चा कर रहे हैं।  वही अपनी पार्टी के संगठन को मजबुत करने मे लगे है। सपा विधानसभा चुनाव को गंभीरता से ले रही है। यही कारण है कि प्रदेश के सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए प्रभारी की नियुक्ति की जा रही है। छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश व राजस्थान भी पार्टी की प्राथमिकता में है। यहां होने वाले विधानसभा चुनाव में सपा पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी ।
रिपोटर – छ0ग. मे किसानो के स्थिति को लेकर आपकी पार्टी क्या सोचती हैं ।
जुगल किशोर वाल्मीकि – छ.ग. मे किसानो के लिए कुछ नही हो रहा छ.ग.सरकार जो समर्थन मुल्य में धान खरीदने की बात की थी वह पूरा नही कर पाई जो हम पूरा करेगें।
रिपोटर – छत्तीसगढ़ में पार्टी की राजनीतिक संभावनाआंे के सवाल पर आप का क्या कहना है ..
जुगल किशोर वाल्मीकि – छत्तीसगढ़ हमारे लिए नया नहीं है। बीते एक दशक से हमारी मौजूदगी रही है। संगठन का विस्तार भी हो रहा है। यूपी की तर्ज पर कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जा रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी किस मुद्दे पर फोकस करेगी ।
उन्होने ने आगे कहा  कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है। नक्सल समस्या और बढ़ती बेरोजगार प्रमुख मुद्दा रहेगा। सत्ताधारी दल के खिलाफ प्रदेश में माहौल बनने लगा है। कानून व्यवस्था की स्थिति भी दयनीय है। जो 14 साल राज करने के बाद भी छ.ग. सरकार सुधार नही पाई