राष्ट्रीय राजधानी में दिखा जनता कर्फ्यू का असर.. सड़के और बाज़ार खाली, मंदिरों में नहीं दिखे श्रद्धालु

नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में जनता कर्फ्यू के कारण सड़कें और बाजार खाली हैं. पार्कों में टहलने वाले, जागिंग, साइक्लिंग और योगा करने वाले लोगों की संख्या रोज के मुकाबले बहुत कम हो गई है. दिल्ली के साउथ एक्स मार्केट में सन्नाटा पसरा हुआ है. सड़क खाली है. मंदिरों में भी रविवार को भीड़ देखने को नहीं मिली.

गुरुग्राम जाने वाली और नोएडा जाने वाली सड़क पर लोग नहीं हैं. डीटीसी बसें खाली हैं. आम तौर पर यहां काफी भीड़ होती है, लेकिन लोग जनता कर्फ्यू के समर्थन में है, इसलिए यहां सन्नाटा पसर गया है. दिल्ली के आईएनए मार्किट में भी सन्नाटा पसरा है. एक भी शख्स मार्किट में नहीं है. दूसरी तरफ सड़क पर एक भी शख्स नजर नही आ रहे हैं. लोग पूरी तरह से जनता कर्फ्यू का समर्थन कर रहे हैं.

दूसरी तरफ मेट्रो बंद रहने के कारण मेट्रो स्टेशनों के बाहर भी सन्नाटा पसरा रहा. दिल्ली मेट्रो के आनंद विहार पर सन्नाटा पसरा रहा.

प्रगति मैदान के सामने स्थित भैरवनाथ मंदिर में जनता कर्फ्यू की वजह से कोई श्रद्धालु नहीं आया. रविवार के दिन हजारों की संख्या में यहां लोग भैरव बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं लेकिन जनता कर्फ्यू के कारण कोई भी श्रद्धालु नहीं पहुंचा. जिन्हें मंदिर बंद होने की जानकारी नहीं है, वे ही लोग पहुंच रहे हैं और अपना प्रसाद और चढ़ावा चढ़ा कर घर लौट जा रहे हैं. कोरोना से लड़ाई में पूरा देश एकजुट है और यही माहौल दिल्ली के भैरवनाथ मंदिर में भी देखा जा रहा है. भैरवनाथ मंदिर में नियमित तौर पर आने वाले विजय शर्मा ने बताया कि, ‘जनता कर्फ्यू की वजह से मंदिर को बंद रखा गया है और रविवार को हजारों की संख्या में लोग आते हैं लेकिन आज कोई नहीं आ रहा है.’

जनता कर्फ्यू के कारण पूरा राजपथ शांत है. जॉगर्स भी नहीं हैं. साइक्लिस्ट भी नहीं हैं. रविवार को यह लोगों की खास जगह होती है पर जनता curfew की वजह से ट्रैफिक है ना लोग. लोधी गार्डन में रविवार को न के बराबर लोग आए हैं. जनता कर्फ्यू में सभी लोग कोरोना के खिलाफ मुहिम में शामिल हैं.

लोधी गार्डन में पिछले 20 साल से नियमित तौर पर आने वाले दिल्लीवासी दो लोगों ने बताया कि, लोगों की तादाद ना के बराबर है और गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के दिन भी लोग लोधी गार्डन में सुबह टहलने आते हैं, लेकिन रविवार को आने वालों की संख्या न के बराबर है.

आमतौर पर गार्डेन में 1000 से 1500 लोग हर दिन आते हैं, लेकिन आज इक्का-दुक्का लोग दिख रहे हैं. आम दिनों में लोधी गार्डन के बाहर गाड़ियों की लंबी कतारें होती हैं लेकिन आज एक भी गाड़ी नहीं है. लोधी गार्डन के बाहर जूस की दुकान भी बंद है.