दुनिया के तमाम देश प्रमुखो ने मोदी की तरफ मित्रता का हाथ बढाया…

दुनिया के तमाम नेताओं ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में इतिहास रचने की बधाई दी है और सभी ने कहा है कि मोदी के साथ काम करने को उत्सुक हैं। साथ ही ज्यादातर देश प्रमुखो ने मोदी को अपने देश आने का न्यौता भी दिया है। 

जिन विश्व नेताओं ने मोदी को बधाई दी, उनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे, ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, ऑस्ट्रेलिया और इस्राइल के प्रधानमंत्री शामिल हैं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और विपक्षी नेता खालिदा जिया ने भी मोदी को बधाई संदेश भेजे हैं।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने नरेंद्र मोदी को फोन किया और चुनाव में शानदार जीत पर उन्हें बधाई दी और उन्हें पाकिस्तान आने का न्यौता दिया।

वहीं श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने भारतीय लोकसभा चुनावों में बीजेपी की बड़ी जीत के लिए नरेंद्र मोदी को बधाई दी और उन्हें राजकीय दौरे पर आमंत्रित किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच के रिश्ते और भी मजबूत होंगे।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत पर बधाई देते हुए कहा कि वह मोदी के साथ मुलाकात के लिए इच्छुक हैं। उन्होंने मोदी को ब्रिटेन यात्रा की दावत भी दी।

अपने बधाई संदेश में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी ऐबट ने उम्मीद जताई कि उनका देश और भारत द्विपक्षीय रिश्तों को और भी प्रगाढ़ करने के लिए मिल कर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाले आगत समूह-20 शिखर सम्मेलन में मोदी से मिलने को उत्सुक हैं। समूह-20 शिखर सम्मेलन नवंबर में ब्रिसबेन में होगा। उधर, फोन पर बातचीत में इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मोदी के साथ काम करने और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।

चीन ने भी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत पर मोदी को बधाई देते हुए कहा कि वह नई भारत सरकार के साथ काम करने और द्विपक्षीय सामरिक साझेदारी को नई बुलंदियों पर ले जाने लिए उत्सुक हैं।

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘चीन नई भारत सरकार के साथ संयुक्त प्रयास करने, उच्च स्तरीय आवागमन बनाए रखने, सभी क्षेत्रों में सहयोग को गहराई देने और चीन भारत सामरिक साझेदारी को नई बुलंदियां देने का इच्छुक है।’