युवा कांग्रेस इंटक ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपा

अम्बिकापुर

सरगुजा विश्वविद्यालय के गोपनीय शाखा में अस्थायी रूप से पदस्थ इंजिनियरिंग काॅलेज के व्याख्याताओं को उनके मूल पद पर पदस्थ करने एवं छात्र समस्या की निराकरण करने की मांग को लेकर युवा कांग्रेस इंटक के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौप कार्यवाही किये जाने की मांग की है।

कलेक्टर को सौपे ज्ञापन में बताया गया है कि सरगुजा विश्वविद्यालय में अस्थायी रूप से पदस्थ इंजिनियरिंग काॅलेज में पदस्थ व्याख्याताओं को उनके मूल जिम्मेदारी से हटाकर विश्वविद्यालय में बाबू एवं अन्य कार्यो के लिए उनसे काम लिया जाता है। जिसका दुष्परिणाम जिले के एक मात्र इंजिनियरिंग काॅलेज में व्याख्याताओं की कमी हो रही है। षिक्षक होते हुये भी उन्हे काॅलेज में पढ़ाने नहीं दिया जा रहा है। उनसे विष्वविद्यालय में बाबू का काम कराया जा रहा है। जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। काॅलेज के प्रथम सेमेस्टर के भौतिक के विषय में अब तक पांच युनिट पूर्ण होने थे, परंतु दुर्भाग्यपूर्ण एक ही यूनिट पूर्ण हो पाया है। छात्रों के भविष्य के साथ उस तरीके का लापरवाही पूर्ण से गलत है और छात्रों के भविष्य के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है। सरगुजा विश्वविद्यालय द्वारा आॅनलाईन फार्म भराया जा रहा है जिसमें केवल एक ही बैंक सेंन्ट्रल बैंक का ही चालान स्वीकृत है, जिसके कारण ग्रामीण छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बैंक के बाहर लगी लम्बी कतार से आम जनता को भी समस्याओं का सामना करना पडता है। हमारी मांग है कि सभी बैंकों के चालान को स्वीकार किया जाये। इसके अलावा सरगुजा विष्वविद्यालय में जब भी सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के बाव्त कोई भी जानकारी मांगी जाती है उसे उपलब्ध नहीं कराया जाता है। इस विषय को गंभीरता से लेते हुये इस पर जल्द से जल्द सुनिष्चित कार्यवाही की जाये। ज्ञापन सौपने के दौरान युवा कांग्रेस के पदाधिकारी व काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।