साहस, विश्वास और आशा को जीवन में उतारें : राजलक्ष्मी

  • मां महामाया महिला समिति ने महिला दिवस पर आयोजित किए कार्यक्रम

अम्बिकापुर

नगर की मां महामाया महिला सेवा समिति मणिपुर द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर सप्ताह भर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये। महिलाओं द्वारा सर्व प्रथम सरस्वती वन्दना के साथ भजन, कीर्तन, सामान्य ज्ञान, बूझो तो जाने सहित अन्य खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खेल प्रतियोगिता में महिलाओं ने अपनी प्रतिभा दिखाई। विभिन्न विधायों की प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार श्रीमती शीला श्रीवास्तव, मीना वर्मा, प्रभा, अन्नपूर्णा सिन्हा तथा द्वितीय स्थान अनामिका पाण्डेय, कुसूम पाण्डेय, राज लक्ष्मी, रजनी सिन्हा को प्राप्त हुआ।

सांस्कृतिक प्रभारी मीना वर्मा ने महिला दिवस के उपलक्ष्य में अपने विचार देते हुये कहा कि महिलाओं को आज प्रताड़ना, उनकी इच्छा के विरूद्ध संयुक्त परिवार में रखने एवं पुरातन पंथी विचारों से आजादी की आवश्यकता है। आज महिलाएं स्वतंत्र होकर जीने के साथ अपना व परिवार का विकास करना चाहती है। इसीलिए उन्हे वैचारिक आजादी देना आज की आवश्यकता है। आज नारी सशक्तिकरण की बात काफी होती है। किन्तु व्यवहार में उन्हे आगे बढ़ने से रोका जाता है। समिति की अध्यक्ष अन्नपूर्णा सिन्हा ने कहा कि महिलाओं के विकास के लिए महिला दिवस एक दिन नहीं बल्कि पूरे वर्ष मनाने की आवश्यकता है। आज नारी अपने आप का पहचान कर अपनी शक्ति का सद्उपयोग करें। समिति की राजलक्ष्मी ने कहा कि नारी किसी से कम नहीं है। वह आज हर क्षेत्र में पुरूष से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। महिलाओं को अपने जीवन में साहस, विश्वास और आशा को उतारने की जरूरत है। कार्यक्रम में श्रीमती प्रेमा गुप्ता, तुला देवी, मीना वर्मा, शीला श्रीवास्तव, शशि निगम, रजनी सिन्हा, कुसूम पाण्डेय, दिप्ती वर्मा, गायत्री सिन्हा, मुन्नी चौबे, सोमवति शर्मा, चन्द्रा सोनी, दिपा सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थी।