हाड़ कंपाने वाली ठंड में आरटीओ चेकपोस्ट के सामने ग्रामीण बैठे है अनिश्चितकालीन धरने पर… आरटीओ प्रभारी का बेतुका बयान बोले- नही है कोई जानकारी

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…जिले में स्थित धनवार चेक पोस्ट एक बार फिर सुर्खियों में है.. ओव्हरलोड रेत परिवहन को लेकर इन दिनों राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम के प्रतिनिधि धीरज सिंहदेव के नेतृत्व में ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है..वही उक्त धरने का आज तीसरा दिन है..और आरटीओ अधिकारी धरने के सम्बंध में किसी प्रकार की जानकारी नही होने की बात कह रहे है..जबकि स्थानीय प्रशासन की जानकारी में ग्रामीण रात जगा कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है!..

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश की सीमा पर धनवार चेक पोस्ट है..जहाँ से रोजाना सैकड़ो की तादाद में ओव्हरलोड रेत का परिवहन किया जा रहा है..और ओव्हरलोड रेत परिवहन की जानकारी होने के बावजूद भी परिवहन विभाग के अधिकारियों की मौन स्वीकृति बनी हुई है..

बता दे कि धनवार चेक पोस्ट से सूरजपुर, सरगुजा, बलरामपुर जिले में संचालित रेत खदानों से रेत का परिवहन उत्तरप्रदेश में किया जा रहा है..जिस तादाद में रेत का परिवहन उत्तरप्रदेश में किया जा रहा है..उनमें ओव्हरलोड वाहनों की संख्या ज्यादा है..और ओव्हरलोड रेत परिवहन के विरोध में ग्रामीण अब भी धनवार चेक पोस्ट पर धरना प्रदर्शन कर रहे है.

वही परिवहन विभाग की लचर व्यवस्था को लेकर ग्रामीण आक्रोशित है..और जिला प्रशासन को ओव्हरलोड रेत परिवहन पर लगाम लगाने के लिए कई बार ज्ञापन भी सौंप चुके है..तथा जिला प्रशासन द्वारा ओव्हरलोड वाहनों में कार्यवाही नही होने के चलते अब ग्रामीण राज्यसभा सांसद के प्रतिनिधि धीरज सिंहदेव के नेतृत्व में जिला प्रशासन को सूचना देने के बाद अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे है..जबकि जिला परिवहन अधिकारी इस सम्बंध में किसी प्रकार जानकारी नही होने का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे है..

हालांकि आज सुबह ही एसडीएम वाड्रफनगर विशाल महाराणा, एसडीओपी अनिल विश्वकर्मा प्रदर्शन स्थल पर पहुँचे थे..

बहरहाल प्रशासन की जानकारी में हो रहा यह विरोध प्रदर्शन कब समाप्त होगा.. इसका जवाब तो स्थानीय प्रशासन के पास भी नही है..और चेक पोस्ट के पास ओव्हरलोड रेत से लदी ट्रकों की कतार इस बात की गवाही दे रही है..की किस कदर ओव्हरलोड रेत का परिवहन आरटीओ (परिवहन विभाग) की मिलीभगत से धड़ल्ले से जारी है..ऐसे मे विभाग के आलाधिकारी की यह दलील की “उन्हें कुछ नही पता” कुछ और ही बयां कर रही है..और अब देखने वाली बात होगी कि इस ठिठुरन भरी ठंड में यह प्रदर्शन किस के आश्वसन पर समाप्त होगी?.