बारिश ऐसी हुई कि अंग्रेजो के जमाने का सायफन स्पिवेज बांध भी 100 फीसदी भर गया!

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। हर दिन अलग अलग क्षेत्र से बारिश की वजह से मकान टूटने, घरों के अंदर पानी घुसने की खबरें आ रही है। इस आफत की बारिश की वजह से जशपुर में आज मकान दबने से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल बताए जा रहे हैं।

इधर धमतरी का मुरुमसिल्ली बांध भी इस बारिश 100 फीसदी भर चुका है। इसके बाद बांध के सभी 34 गेट खोल दिए गए हैं। इस बांध में ऑटोमेटिक साइफन गेट लगे हुए है। यह पूरे एशिया में ऐसा इकलौता मुरुम सिल्ली का बांध है। जो 100 साल पुराना है। इसका निर्माण 1921 में अंग्रेजो के शासन काल मे हुआ था।

बहुत खास है ये बांध

गौरतलब है कि मुरूम सिल्ली बांध को स्थानिय लोग माडम सिल्ली बांध भी कहते हैं। ये बांध महानदी की सहायक नदी सिलयारी पर स्थित है। खास बात ये है कि महानदी की सिलयारी नदी पर बने इस बांध का निर्माण अंग्रेजी शासन काल मे हुआ था। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित है। इस बांध का निर्माण 1914 मे शुरू हुआ था और 1923 मे काम पूरा हुआ था। एशिया का ये पहला बांध है जो सायफन स्पिलवेज है। अपने आप मे अलग इस बांध का निर्माण प्रमुख वास्तुशिल्प चमत्कारो में से एक है।