बिना पिता के पल रही नाबालिग को दिल्ली ले जाकर बेचा था आरोपिया ने

जशपुर (तरुण प्रकाश) थाना फरसाबहार पुलिस ने मुखबिर की सूचना एवं जीवन झरना विकास समिति के सहयोग से ग्राम कुम्हारबहार क्षेत्र में सक्रिय मानव तस्कर महिला राजकुमारी विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
महिला मानव तस्कर राजकुमारी विश्वकर्मा द्वारा अपने गृह ग्राम कुम्हारबहार से माह अगस्त 2017 को एक नाबालिग लड़की ( जिसके पिता का स्वर्गवास उसके बचपन में ही हो गया था ) को उसकी गरीबी एंव लाचारी का फायदा उठाते हुए उसे अच्छी नौकरी, अच्छा पैसा व अच्छी सुविधा का झांसा देकर दिल्ली ले जा कर वही के एक प्लेसमेंट एजेन्सी के संचालक सुनील मंडल को बेच दिया। जिसे उस प्लेसमेंट एजेन्सी के द्वारा दिल्ली मे कहीं घरेलू कार्य मे 4000 रुपये महीना पर लगा गया था लेकिन 2013 से अब तक दिल्ली मे बंधक बना कर वहां मुफ्त मे काम कराया जा रहा था। नाबालिग लड़की के घर में विधवा मां के अलावा अन्य कोई जिम्मेदार व्यक्ति नही होने के कारण पुलिस मे भी रिपोर्ट दर्ज नही कराई गई।
जीवन झरना विकास समिति कांसाबेल की संचालिका सिस्टर ऐनी एवं उसके सहयोगियों को कुम्हारबहार में संपर्क के दौरान ज्ञात हुआ कि राजकुमारी विश्वकर्मा यहां की एक नाबालिग लड़की को दिल्ली ले जाकर प्लेसमेंट एजेन्सी को दे आई है। जीवन झरना विकास समिति की संचालिका एवं सदस्यों द्वारा राजकुमारी विश्वकर्मा और उसके परिवार पर उक्त नाबालिग लड़की को वापस लाने का दबाब बनाने लगे। तब राजकुमारी का पति रमाशंकर विश्वकर्मा 26 जून 2017 को नाबालिग लडकी को दिल्ली से वापस लेकर आया।
जीवनझरना विकास समिति के सहयोग एवं प्रेरणा से दिल्ली से लौटी नाबालिग लड़की ने फरसाबहार पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर फरसाबहार पुलिस द्वारा मानव तस्कर श्रीमती राजकुमारी विश्वकर्मा पति रमाशंकर विश्वकर्मा निवासी कुम्हारबहार के विरूध दिनांक 3 अगस्त को धारा 370,371,374,भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। पुलिस अधीक्षक प्रशांत सिंह ठाकुर के निर्देशन में फरसाबहार पुलिस आरोपिया की तलाश में सक्रिय हो गई, पुलिस की सक्रियता व तत्परता तथा जीवन झरना विकास समिति के साझा प्रयास के फलस्वरूप रविवार 6 अगस्त 2017 को कुम्हारबहार से उक्त महिला मानव तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।