छत्तीसगढ़ : वेतन विसंगति को लेकर 5 सितंबर को राजधानी में विशाल पदयात्रा अधिकार रैली- मनीष मिश्रा

रायपुर : छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि 12 मार्च 2021 को हमने विशाल धरना सीएम निवास घेराव का कार्यक्रम रखा था। उसके बाद शिक्षा मंत्री एवं अन्य मंत्रियों के द्वारा हमारी मांगों को जायज बताते हुए वेतन विसंगति जल्द दूर करने का आश्वासन दिया गया था। उसके बाद लगातार हमने अधिकारियों से एवं मंत्रियों से मुलाकात की है लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं मिला जिसके कारण से 109000 सहायक शिक्षक साथियों में नाराजगी है। लगातार 12 मार्च के बाद अभी जुलाई तक हमने शिक्षा मंत्री से लेकर अधिकारियों से लगातार मुलाकात किए लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ। जिसके कारण से विगत दिनों कलेक्टर गार्डन में प्रांतीय टीम की बैठक मनीष मिश्रा की उपस्थिति में हुआ।

जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष शिव मिश्रा, प्रदेश सचिव सुखनंदन यादव, अजय गुप्ता, रंजीत बनर्जी सी.डी. भट्ट, सिराज बक्सबलराम यादव कौशल अवस्थी छोटे लाल साहू, अश्वनी कुर्रे, गौरव साहू राजू टंडन द्वारा संयुक्त रूप से बयान जारी कर बताया गया कि 25 अगस्त 2021 तक कि यदि सरकार हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं देती है। तो हम 5 सितंबर को रायपुर में विशाल पदयात्रा अधिकार रैली के रूप में बूढ़ा तालाब की ओर बढ़ेंगे और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देंगे और धीरे-धीरे हम अनिश्चितकालीन हड़ताल की ओर जाएंगे इसी प्रकार सरकार हमारी मांगों को अनदेखा करती रही तो आने वाले दिनों में हम छत्तीसगढ़ के समस्त स्कूलों में तालाबंदी की नौबत लाएंगे और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। क्योंकि हमने लगातार विगत वर्षों से हमारी मांगों के संबंध में सरकार को अवगत कराते आ रहे हैं वर्तमान सरकार द्वारा हमसे वादा भी किया गया था घोषणा पत्र में भी शामिल किया गया था कि सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने का काम हमारी सरकार आने पर तत्काल किया जाएगा।

लेकिन अभी तक 3 साल बीतने वाला है किसी भी प्रकार का निर्णय सहायक शिक्षकों के पक्ष में नहीं लिया गया है जिसके कारण से 109000 सहायक शिक्षक साथी सड़क पर उतरने के लिए उतारू है और सरकार के प्रति नाराजगी है यदि सरकार 25 अगस्त तक निर्णय नहीं लेती है। तो 4 सितंबर के बाद सहायक शिक्षकों का आंदोलन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जो धीरे-धीरे अनिश्चितकालीन हड़ताल आने वाले कुछ महीनों में हो सकती है। क्योंकि 109000 सहायक शिक्षकों में नाराजगी है जो अनिश्चितकालीन हड़ताल के रूप में सड़क पर लड़ाई लड़ते हुए दिखाई दे सकती है जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की है यह जानकारी राजू टंडन प्रदेश मीडिया प्रभारी द्वारा जारी प्रेस नोट में दी गई हैं।