नये भारत के निर्माण में छत्तीसगढ़ का भी महत्वपूर्ण योगदान : डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम यहां टाउन हॉल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य सरकार के जनसंपर्क संचालनालय द्वारा आयोजित फोटो प्रदर्शनी ‘5000 दिन आपके साथ’ का शुभारंभ किया। इसमें डॉ. सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के विगत 5000 दिनों की यात्रा के विभिन्न पड़ावों की सचित्र झांकियां प्रस्तुत की गई हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर जनता को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने प्रदर्शनी के शुभारंभ सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में नये भारत के निर्माण का आव्हान किया है और कहा है कि जब राज्यों का विकास होगा, तभी देश विकसित होगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के इस आव्हान का उल्लेख करते हुए कहा कि  देश के नव-निर्माण में छत्तीसगढ़ का भी महत्वपूर्ण योगदान है और आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़वासियों के लिए यह गर्व का विषय है कि प्रदेश की कई योजनाओं के साथ देश जुड़ रहा है। डॉ. सिंह ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने एक सप्ताह तक (21 अगस्त तक) चलने वाली इस फोटो प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए इसके लिए जनसम्पर्क विभाग को बधाई दी।

मुख्य अतिथि की आसंदी से उन्होंने अपने उदबोधन में स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ की जनता के योगदान को याद किया। डॉ. सिंह ने शहीद वीर नारायण सिंह, लश्कर हनुमान सिंह, गुण्डाधूर, पंडित सुन्दरलाल शर्मा, परसराम सोनी, ठाकुर छेदीलाल बैरिस्टर जैसे कई देशभक्तों को नमन करते हुए कहा – उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। डॉ. सिंह ने प्रदर्शनी के शुभारंभ समारोह में शॉल और श्रीफल भेंट कर राजधानी रायपुर निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पद्मश्री सम्मानित डॉ. महादेव प्रसाद पाण्डेय, बृजलाल शर्मा और पन्नालाल पण्ड्या का अभिनंदन किया।  मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 2003 से वर्ष 2017 की यात्रा में छत्तीसगढ़ विकास की एक-एक सीढ़ी चढ़ता गया। जिस छत्तीसगढ़ को कभी पिछड़ा और पलायन वाला छत्तीसगढ़ कहा जाता था, वह छत्तीसगढ़ आज विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। निकट भविष्य में छत्तीसगढ़ देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में होगा। उन्होंने कहा कि पंाच हजार दिनों की इस विकास यात्रा में सबसे बड़ा श्रेय आम जनता के सहयोग और आशीर्वाद को है।

मुख्यमंत्री ने फोटो प्रदर्शनी के संबंध में कहा कि इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा के विभिन्न पड़ावों को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीरनारायण सिंह, गुण्डाधूर, भारत छोड़ो आंदोलन, गांधी जी का छत्तीसगढ़ प्रवास आदि के संबंध में जानकारी प्रदर्शित की गई है। प्रदर्शनी में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और पर्यटन, स्वच्छता अभियान, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जब राज्यपाल थे, तब छत्तीसगढ़ प्रवास के अवसर पर उन्होंने हमर छत्तीसगढ़ योजना का अवलोकन किया था। इस अवसर का चित्र,  लोक सुराज अभियान, महिला सशक्तिकरण, कौशल उन्नयन, बालिका शिक्षा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास, विश्व आदिवासी दिवस, आधुनिक कृषि, हाफ मैराथन दौड़ के चित्रों सहित प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, उजाला योजना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना पर आधारित चित्रों को भी प्रदर्शित किया गया है।

कार्यक्रम में प्रदेश के वरिष्ठ इतिहासकार और छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष आचार्य रमेन्द्र नाथ मिश्रा ने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का दुर्लभ सामूहिक छायाचित्र भेंट किया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पद्मश्री सम्मानित डॉ. महादेव प्रसाद पाण्डेय ने स्वतंत्रता आंदोलन के अपने संस्मरण सुनाए। उन्होंने 15 अगस्त सन 1947 को दिल्ली में प्रथम स्वतंत्रता दिवस के समय का अपना आंखों देखा विवरण भी दिया। डॉ. पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारेलाल सिंह, पंडित सुन्दरलाल शर्मा, बैरिस्टर छेदीलाल और पंडित रविशंकर शुक्ल को भी याद किया। डॉ. पाण्डेय ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में हो रहे विकास कार्यो की भी तारीफ की। संचालक जनसम्पर्क और विभाग के संयुक्त सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष कमलचंद्र भंजदेव और रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, नगर निगम रायपुर के सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, कलेक्टर रायपुर ओ.पी. चौधरी, रायपुर नगर निगम के आयुक्त रजत बंसल और जनसम्पर्क तथा अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।