इस कुर्सी मे बैठने वाला ज्यादा दिन नही टिकता….. एक साल मे आधा दर्जन पार

रायगढ 

लोक सुराज अभियान की शुरुआत से ही विपक्षी दल के नेता सुराज की उपयोगिता और सुराज मे अधिकारियो के मौज मस्ती की बात कह कर सवाल उठाते रहे है। लेकिन शायद ऐसी मौज मस्ती उन अधिकारियो के लिए आफत का सबब बनती जा रही है , जो वास्तम मे लोक सुराज को पिकनिक समझ रहे थे।   दरअसल लोक सुराज मे मिल रही शिकायतो के आधार पर अब तक दर्जनो अधिकारी कर्मचारी पर कार्यवाही की गाज गिर रही है। इसी क्रम मे आज राज्य सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए खरसिया के एसडीएम दुर्गेश कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक श्री वर्मा लोक सुराज के दौरान ड्यूटी पर तैनात नही थे, जिसकी शिकायत के बाद एसडीएम पर ये कार्यवाही की गई है। गौरतलब है कि खरसिया मे कोई एसडीएम ज्यादा दिनो तक नही टिकता है और लोग पहले से अनुमान लगा रहे थे कि श्री वर्मा भी ज्यादा दिन के मेहमान नही है।

जानकारी के मुताबिक खरसिया एसडीएम की कुर्सी पर ना जाने कौन सा साया है कि यहां कोई एसडीएम ज्यादा दिन नही  टिक पाता है, क्योकि पिछले  एक साल में यहां 6 एडीएमस बदल चुके हैं। 1 वर्ष पूर्व एसडीएम अशोक कुमार धृतलहरे को अपनी नौकरानी से छेड़खानी के मामले में वहां से हटा कर मुख्यालय रायगढ अटैच किया गया । उसके बाद तो मानो एसडीएम के यहां आने जाने का क्रम लगातार बना रहा । धृतलहरे के बाद आए एसडीएम बी एस मरकाम केवल पांच महीने एसडीएम की कुर्सी मे बैठ पाए… फिर नंबर आया के एस मण्डावी का वो तो मात्र दो महीने का कार्यकाल बिता पाए ।  इस क्रम मे एसडीएम बन कर आई महिला डिप्टी कलेक्टर सात दिन,,,  तो उनके बाद एसडीएम का चार्ज लेने वाले भरोसाराम ठाकुर महज तीन माह खरसिया एसडीएम की कुर्सी पर बैठ पाए । अंत मे 20 अप्रैल 2107 को एसडीएम के आने जाने की परंपरा का निर्वहन करते हुए दुर्गेश कुमार वर्मा को भी निलंबित कर दिया गया है। श्री वर्मा को कवर्धा से ट्रांसफर के बाद खरसिया एसडीएम का प्रभार दिया गया था।