50 फीट गहरी खाई मे गिरी महिला दो दिनो तक रही जिंदा.. फिर वर्दी ने दिखाई हमदर्दी.

अम्बिकापुर (उदयपुर से क्रांति रावत की रिपोर्ट) वर्दी ही नही हमदर्दी भी. छत्तीसगढ पुलिस सदैव आपके साथ जैसे तमाम स्लोगन को चरितार्थ कर देने वाला एक वाक्या सामने आया है.. मामला सरगुजा जिले के उस गांव का है. जहां आज भी लोग पहा़डी और खाई का सामना करके अपने घर तक पहुंच पाते है. ऐसे ही पहाडो की खाई मे एक महिला गिर गई और करीब 50 फिट गिरने के बाद भी वो दो दिन तक जिंदा रही.. इधर इस महिला के साहस के साथ उन पुलिस वालो के जज्बे को भी सलाम जिन्होने महिला को बीहड जंगली खाई मे खोज निकाला और बकायदा उसके परिवार वालों को सौंप दिया…

सरगुजा जिले की अंतिम छोर पर रायगढ की जिले की सीमा पर स्थित ग्राम मरेया के पहाड़ी क्षेत्र के 50 फिट खाई मे…. दो दिनों से गिरी एक वृद्ध महिला जिंदा बच गई है.. और सकुशल बचाने का श्रेय पुलिस को जाता है.. घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम छुईपानी थाना कापू जिला रायगढ़ की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला लोसो बाई अपनी बहूरिया एतवारी बाई के साथ पैदल दिन सोमवार को केदमा बाजार पुटू बेचने आये थे.. बाजार कर दोनों वापस ग्राम मरेया बटपरगा से होते हुए पथरीली पहाड़ी रास्ता से अपने घर छुईपानी जा रहे थे.. रात को करीब 8 से 9 बजे के बीच बरहा खाई पहाड़ी की चढ़ाई को पार कर गए इसी दौरान भारी बारिश और अंधेरा की वजह से दोनों रास्ता भटक गए, लोसो बाई जो आगे आगे चल रही थी वह किसी चीज में पैर फिसलने की वजह से 50 फिट नीचे गहरी खाई में गिर गई। वृद्ध महिला की बहू उसे देखने के अलावा कुछ नही कर सकी… एतवारो बाई घर न जाकर रात भर उसी घने जंगल मे सबेरा होने का इंतजार करने लगी.. सबेरे नीचे झांककर देखी तो उसकी सास लोसो बाई गहरी खाई में पड़ी हुई थी.. घर मे पति से मार व डांट के डर से मंगलवार को भी घर नही गयी जंगल मे ही इधर उधर भटकने के बाद बुधवार को सुबह पुलिस चौकी केदमा पहुंची पुलिस वालों को बतायी की उसकी सास लोसो बाई खाई में गिर गई है.. पुलिस की टीम एस पी सरगुजा के निर्देशन तथा चौकी प्रभारी देवेश साहू के नेतृत्व में बुधवार को चार किलोमीटर पैदल चलकर उस पहाड़ी के समीप पहुंचे जहाँ वृद्ध महिला गिरी हुई थी।

काफी मशक्कत के बाद पुलिस की टीम आखिकार उस जगह पहुंची जहाँ वह वृद्ध महिला गिरी थी.. पुलिस टीम वहाँ पहुंची तो वृद्ध महिला को जीवित देखकर उनकी ख़ुशी दोगुनी हो गयी.. उस महिला को वहाँ से उतारकर पानी पिलाया गया तथा तत्काल जंगल मे उपलब्ध बल्लियों के सहारे प्रधान आरक्षक वरदान लकड़ा और आरक्षक सोहन राजवाड़े के द्वारा काफी संघर्ष करते हुए पहाड़ी की चोटी तक लाया गया। तब तक वृद्ध महिला का पुत्र भी अन्य लोगों के साथ अपनी माँ को खोजते खोजते उस जगह पर पहुंच गया था। गहरी खाई से सकुशल निकालने के बाद वृद्ध महिला को उसके पुत्र के सुपुर्द किया गया तथा समझाईश दिया गया कि नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उसको जरूर दिखा देंगे.. वृद्ध का पुत्र उसे कपड़े और रस्सी की झलगी बनाकर घर ले जाया गया.

घटना की सूचना के बाद पुलिस द्वारा दिखाई गई तत्परता और सहृदयता से जहां आज एक वृद्ध महिला जीवित और सकुशल है वही पुलिस वालों के जोश व जज्बे को सलाम है जिन्होंने इतनी लंबी चढ़ाई के बाद उस 50 फीट गहरी खाई से वृद्ध महिला को सकुशल निकाला..

नही पहुंची विकास की किरण
रायगढ जिले की सीमा से लगा सरगुजा जिले का धवईपानी गांव अम्बिकापुर विधानसभा का अंतिम गांव है. जहां तक पहुंचने के लिए आज तक सडक नहीं बनी है. इस गांव से एक किलोमीटर दूर स्थित छुईपानी गांव रायगढ जिले के गांव है. जहां की ये वृद्द महिला रहने वाली थी.. कई साल पहले एक महिला कलेक्टर सरगुजा के आखिरी गांव धवईपानी के लोगो को दर्द समझते हुए . यहां तक पहुंच मार्ग बनाने की बात कही थी. लेकिन सडक या किसी प्रकार का मार्ग नही बनने के कारण आज भी लोगो को पहाडी और खाई वाले रास्ते से गुजर कर ही. केदमा , उदयपुर औऱ अम्बिकापुर तक का सफर तय करना पडता है.. तो फिर ऐसे हादसे तो अक्सर होते होंगे .. बस गनीमत ये होगी कि इस बुजुर्ग महिला की बहु ने पुलिस को जानकारी दी औऱ पुलिस ने बुजुर्ग महिला की जान बचा ली.. गौरतलब है ये गांव छत्तीसगढ के स्वास्थ मंत्री टी एस सिंहदेव की विधानसभा का हिस्सा हैं.. इस इलाके से स्वास्थ मंत्री एक बार विधायक , दूसरी बार विधायक औऱ नेता प्रतिपक्ष औऱ तीसरी बार प्रदेश के केबीनेट मंत्री बने हैं…