आटो चालको को नियमो के अनुरुप आटो चलाने का निर्देश जारी

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर में आटो चालको को नियमो के अनुरुप आटो चलाने का निर्देश जारी करना  शायद पुलिस यातायात विभाग के गले का फांस बन सकता है. तभी तो आज अम्बिकापुर के आटो चालको नें आज आटो का संचालन बंद कर हडताल कर दी है. लेकिन इस दौरान आटो चालको के कुछ नेता सवारियो से बदसलूकी करते पाए गए है. और कुछ अपने साथी आटो चालको पर दबाव डालकर संचालन बंद का की जबरदस्ती करते भी पाए गए है. जिसको लेकर एक बार पुलिस यातायात विभाग आटो चालको पर एकतरफा कार्यवाही के मूड में आ गया है।

अम्बिकापुर शहर में 2 हजार से अधिक आटो रिक्सा का संचालन हो रहा है… लेकिन किसी भी आटो का आरटीओ विभाग से परमिट प्राप्त नही है… साथ ही ये आटो चालक ट्राफिक नियमो का पालन करने को अपनी शान के खिलाफ समझते है.. लिहाजा ट्राफिक नियमो का पालन कराने और आटो किराया तय करने को लेकर पुलिस यातायात विभाग नें दो दिन पहले आटो चालको की बैठक आय़ोजित की थी। बैठक में पुलिस यातायात विभाग के प्रभारी नें आटो चालको को ट्रैफिक और आरटीओ विभाग के नियमो के अनुरुप आटो संचालन की हिदायत दी थी। और कल से ही उनके आटो मे नबरिंग का काम भी शुरु हो गया था… लेकिन शायद आटो चालको को नियम के मुताबिक सडको पर चलना गंवारा नही हुआ,, लिहाजा आज आटो चालको नें आटो का संचालन बंद कर दिया और हडताल पर चले गए है।

 भारद्वाज सिंह , प्रभारी , पुलिस यातायात विभाग
दो दिन पहले ट्राफिक विभाग नें यात्री सुविधा के लिहाजा से आटो चालक संघ को किराया सूची पेश करने का निर्देश दिया था.. साथ ही शहर में बनाई गई ट्राफिक व्यवस्था के अनुरुप आटो संचालन का निर्देश भी जारी किया गया था… जिसके लिए आटो चालको को दो घंटे तक यातायात नियमो का पाठ भी पढाया गया था.. लेकिन अपने अडियल रवैये के लिए चर्चित शहर के कुछ चुनिंदा आटो चालक नेताओ ने इसका विरोध शुरु कर दिया,, इस विरोध के दौरान आटो संचालन बंद कराने के लिए आटो चालक सडक पर जोर जबरदस्ती करते देखे गए,, कभी वो जबरन सवारी को आटो से उतारते देखे गए.. तो कभी हडताल में नही जाने वाले आटो चालको से जबरन आटो खडा करवाते पाए  ‌

‌विजय विश्वास, आटो चालक
ये पहली बार नही है जब आटो चालको नें पुलिस की समझाई के बाद इस तरह का प्रदर्शन किया हो.. इससे पहले भी आरटीओ परमिट की बात को लेकर ये विरोध प्रदर्शन कर चुके है,, लेकिन उस बार भी पुलिस प्रशासन इन पर सख्ती दिखाने के जगह नर्मी से पेश आई थी.लिहाजा बढे हुए हौसले के साथ एक बार फिर अम्बिकापुर की सडको पर आटो चालको की गुण्डागर्दी साफ तौर पर देखने को मिल रही है.