प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त ने ली संभागीय अधिकारियो की बैठक

अम्बिकापुर 25 सितम्बर 2014
  • दलहन एवं तिलहन फसलों का क्षेत्र बढ़ाने पर बल
  • उद्यानिकी फसलों को देवें प्राथमिकता – श्री सिंह
  • कृषि उत्पादन आयुक्त ने की खरीफ एवं रबी फसलों की समीक्षा
प्रदेष के अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री अजय सिंह ने कहा कि स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए दलहन एवं तिलहन का क्षेत्रफल बढ़ायें। उन्होंने मछली उत्पादन बढ़ाने तालाबों और स्टापडेमों का बेहतर उपयोग करने के साथ ही उद्यानिकी विकास का कार्य करने भी कहा। श्री सिंह ने ये निर्देष आज यहां जिला पंचायत के सभाकक्ष में खरीफ फसल 2014 की समीक्षा और रबी 2014-15 के कार्यक्रम निर्धारण बैठक में दिए। बैठक में सरगुजा संभाग के कमिष्नर श्री टी.सी. महावर सहित संभाग के सभी पांच जिलो के कलेक्टर और कृषि, पषुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी तथा कृषि से जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
अपर मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने खरीफ कार्यक्रम की विस्तार से समीक्षा करते हुए कहा कि कृषि विभाग एवं कृषि से जुड़े विभागों द्वारा संचालित कार्यक्रमों के समन्वित प्रयास कर बेहतर ढंग से संचालित कर सरगुजा संभाग का नाम रोषन करें। उन्होंने किसान समृद्धि योजना, भू-जल संवर्धन, श्रीविधि से धान उत्पादकता वर्धन प्रदर्षन योजना, शाकम्भरी आदि विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा करते हुए कहा कि भौतिक लक्ष्य के साथ-साथ वित्तीय लक्ष्यों की पूर्ति भी समय-सीमा में सुनिष्चित किया जाए। उन्होंने उपयोगिता प्रमाण-पत्र भी समय पर कृषि संचालनालय भिजवाने के निर्देष दिए। श्री सिंह ने फसल चक्र अपनाने हेतु कृषकों को प्रोत्साहित करने की आवष्यकता व्यक्त करते हुए ग्रीष्मकालीन धान के बजाय दलहन एवं तिलहन का रकबा बढ़ाने के भी निर्देष दिए।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री सिंह नवीन पषु प्रजनन क्षेत्र एवं गौषालाओं के लिए जिला कलेक्टरों को आवष्यक भूमि उपलब्ध कराने कहा है। उन्होंने पषुओं की अवैध तस्करी करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के भी निर्देष दिए। श्री सिंह ने कलेक्टरों की मांग पर उद्यानिकी विभाग के संचालक से कहा कि निर्माण कार्यो की तकनीकी स्वीकृति के कुछ अधिकार जिला स्तर तक देवें ताकि निर्माण कार्यो में वांछित गति आ सके। श्री सिंह ने सरगुजा में काॅलरी क्षेत्र होने से बाजार की उपलब्धता को देखते हुए मछली पालन एवं उद्यानिकी विकास पर जोर दिया। श्री सिंह ने रबी के लिए खाद-बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिष्चित करने के निर्देष संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कृषि अधिकारियों से कहा कि किसानों को उच्चमानक के प्रमाणित बीज उपलब्ध कराना सुनिष्चित करें।
कमिष्र श्री महावर ने बताया कि इस वर्ष सरगुजा संभाग में 8 लाख 73 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बोनी की गई है। उन्होंने बताया कि खरीफ में इस वर्ष कुल 17 लाख 60 मेट्रिक टन उत्पादन अनुमानित है जो गतवर्ष की तुलना में 10 प्रतिषत अधिक है। श्री महावर ने बताया कि सरगुजा संभाग में खेती में उन्नत तकनीक का उपयोग बढ़ा है। इसके साथ ही मक्का और मूंगफली की खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़ा है। उन्होंने मिल्क रूट बनाने एवं जषपुर में चिलिंग प्लांट चालू करने सहित सरगुजा संभाग की समस्याओं की ओर अपर मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट किया।
बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरगुजा संभाग में इस वर्ष 2 लाख 78 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसल लेना प्रस्तावित है। रबी फसलों के लिए 18,750 क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य है जो गत वर्ष से 36 प्रतिषत अधिक है। बैठक में संभाग के सभी जिलों के कलेक्टरों ने अपने जिले की कृषि संबंधी समस्याओं से कृषि उत्पादन आयुक्त को अवगत कराया।
बैठक में संचालक कृषि श्री प्रताप राव कृदत्त, संचालक उद्यानिकी डाॅ. भुवनेष यादव, मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक डाॅ. सी.आर. प्रसन्ना, मार्कफेड के प्रबंध संचालक डाॅ. भारतीदासन, संचालक कृषि प्रषिक्षण अकादमी श्री सी.एल. जैन, छत्तीसगढ़ बीज निगम के प्रबंध संचालक श्री अमृत खलखो, सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन, कोरिया कलेक्टर श्री एस. प्रकाष, बलरामपुर-रामानुजगंज कलेक्टर श्री एलेक्स पाॅल मेनन, जषपुर कलेक्टर श्री हिमषिखर गुप्ता एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और कृषि, उद्यानिकी, पषुपालन, मत्स्यपालन तथा कृषि से जुडत्रे विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।