70 साल पुराने कुएं में गिरा कोबरा… ईंट-पत्थर लेकर मारने की तैयारी में थे ग्रामीण… इस युवक ने कुएं में उतरकर किया रेस्क्यू

अम्बिकापुर। “सत्यम द्विवेदी”… सरगुज़ा में जब भी सांपों का जिक्र होता है तो ये नाम हर किसी की जबान पर आता है। “सत्यम” ने सरगुज़ा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर सहित जिलेभर में सैकड़ों सांपों के रेस्क्यू किया है। “सत्यम द्विवेदी” सांप पकड़ने के मामले में मशहूर है। आज भी उन्होंने अपने साथियों के साथ एक कोबरा सांप का रेस्क्यू कर कुएं से बाहर निकाला और सुरक्षित स्थान पर आजाद किया।

जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित गाँव चिखलाडीह में 70 साल पुराने एक कुएं में कोबरा सांप गिर गया। जिसे वहां के ग्रामीण मारने को अमादा हो गए। इसकी सूचना जब सत्यम को मिली तो वे सांप का रेस्क्यू करने अपनी टीम के साथ चिखलाडीह गांव पहुंचे। जहां ग्रामीण ईंट, पत्थर से सांप को मारने की तैयारी कर रहे थे। सत्यम ने अपने साथियों के साथ ग्रामीणों को समझाया और सांप को पकड़ने के लिए उनसे सहयोग मांगा।

ग्रामीणों द्वारा भी मदद करने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद “सत्यम” ने 30 फ़ीट कुएं में उतरने का फैसला लिया। लेकिन कुएं में उतरने के लिए साधन नहीं होने पर वे भी कतरा गए। कुछ समय बाद ग्रामीणों द्वारा रस्सी व अन्य जुगाड़ से “सत्यम” को कुएं में उतारा गया। किसी को कुएं के भीतर आता देख सांप छिप गया। आधे घंटे तक “साँप” तल पर नहीं आया तो सत्यम कुएं से बाहर आ गया। इस बीच सांप फ़िर से तल पर आ गया। जिसे “सत्यम” ने लगभग 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अपने काबू में ले लिया।

इस दौरान सांप पकड़ने के रेस्क्यू ऑपरेशन को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठी हो गयी थी। सांप को कुएं से बाहर निकालने के पर लोगों ने राहत की सांस ली और सांप पकड़ने वाले “सत्यम” की तारीफ की। “सत्यम” ने ग्रामीणों को समझाया कि आगे से गांव में कहीं सांप मिले तो उसे मारें नहीं, बल्कि उन्हें सूचित करें।