एड्स, टीबी व कुष्ठ के लिये पहली बार हुई ऐसी कार्यशाला 

बीमारी दबा व छुपा कर न रखें, सामने आयें-डॉ सिन्हा

अम्बिकापुर

दीपक सराठे 

गुप्त रोग, एड्स, कुष्ठ व टीबी को लेकर हाई रिस्क लोगों को जागरूक करने पहली बार कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभागृह में किया गया। इस सभागृह में एनजीओ से जुड़े सेक्स वर्कर, थर्ड जेंडर, होटल संचालक, वाहन चालक व एलएलआरएम की महिलाएं शामिल हुईं। इस कार्यशाला में जिला क्षय एवं कुष्ठ अधिकारी पीके सिन्हा ने कहा कि अपनी बीमारी को दबा व छुपाकर न रखें, बल्कि सामने आकर उस रोग को कैसे खत्म किया जा सकता है इसके बारे में जानें। हमारे यहां गुप्त रोग की सारी बीमारियों गुप्त ही रखी जाती हैं। इसके साथ ही एचआईव्ही से ग्रसित लोगों को शासन द्वारा स्वीकृत कई योजनाओं के बारे में डॉ सिन्हा ने उपस्थित लोगों को अवगत कराया। ऐसा पहली बार हुआ था कि गुप्त रोग को लेकर हाईरिस्क लोगों की कार्यशाला शहर में आयोजित की गई। डॉ सिन्हा के प्रयास से आयोजित इस कार्यशाला में बढ़-चढ़कर लोगों ने हिस्सा लिया था। वहां उपस्थित कुष्ठ एवं टीबी के कार्यकर्ताओं ने भी इसकी जानकारी लोगों को दी और बताया कि इस बीमारी को छुपाने की जरूर नहीं। सामने आने पर यह बीमारी दवाओं से नियंत्रित की जा सकती है। एसएलआरएम में काम करने वाली महिलाओं को बताया गया कि वह किस तरह से कचड़ा उठाते समय सुरक्षित रह सकती हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि सरगुजा संभाग में एड्स पीडि़त लोगों का आकड़ा दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। इसे रोकने के लिये जागरूक होना सबसे जरूरी है। आप लोग अगर जागरूक होंगे तो अपने अन्य साथियों को भी जागरूक कर सकेंगे, जिससे हम सरगुजा में एड्स के बढ़ते आंकड़े पर काबू पा सकेंगे। कार्यशाला के दौरान सुशील तिवारी, संजय तांडिल, जैनुल फिरदौसी, अंजुला सिन्हा व मेघनाथ सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।