तीन साल से बन रहा है 15 करोड़ का सब स्टेशन.. क्या ऐसे चलेगी सौभाग्य योजना..?

अम्बिकापुर निलय त्रिपाठी : 15 करोड़ की लागत से काराबेल में बन रहे 132 केवीए सब स्टेशन का निर्माण कार्य पिछले 3 वर्षों से अधूरा पड़ा है। 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी ठेका प्राप्त कम्पनी ने कार्य पूर्ण नहीं कर पाया है। जिसका खामियाजा बतौली,सीतापुर सहित मैनपाट जनपद के क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इन दिनों लो वोल्टेज की समस्या से क्षेत्रवासी त्रस्त है ।अभी गर्मी की शुरुआत में ही लो वोल्टेज की समस्या ने चारों तरफ परेशानियां खड़ी कर दी हैं ।लोगों के घरों में पीने के पानी की भी किल्लत शुरू हो गई है ।

अम्बिकापुर सीतापुर नेशनल हाईवे के किनारे काराबेल में सन 2015 से छत्तीसगढ़ स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के अधीन चदलवदा इंफ्राटेक लिमिटेड द्वारा 15 करोड़ लागत से 132/  33 केवीए सब स्टेशन निर्माण कार्य किया जा रहा है। बताया गया कि शुरुआती दौर से ही कई बार कई महीनों के लिए ठेका प्राप्त कंपनी ने कार्य बंद कर दिया।  हर बार कार्य शुरू होने के बाद व्यवधान आते रहने से परिणामतः 3 वर्ष बीतने के बाद भी सब स्टेशन का निर्माण अधूरा पड़ा है ।इस संबंध में यह भी बताया जा रहा है कि लगातार बढ़ते प्रशासनिक दबाव के बीच अब विद्युत विभाग की जिम्मेदार कंपनी ने जून तक कार्य पूर्ण करने का अंतिम रूप से अल्टीमेटम दे दिया है ।विभागीय अधिकारी जून तक कार्य पूरा हो जाने का दावा भी कर रहे हैं ।इस संबंध में स्पष्ट तौर पर यह बताया जा रहा है कि कुछ केबल ट्रेंच के स्लैब बनाने के अलावा एंगल ग्राउटिंग का कार्य किया जाना है ।इसके अलावा कुछ फाउंडेशन के कार्य किए जाने हैं जिनकी अभी ड्राइंग ही तैयार नहीं हुई है। काराबेल में 133 केवीए और 33 केवीए दोनों स्विच यार्ड के कार्य किए जा रहे हैं लेकिन फिलहाल दोनों ही अधूरे हैं ।काराबेल के अधूरे निर्माण कार्य में कंट्रोल पैनल सहित  कार्यालयों ,व कर्मचारी कक्षो का निर्माण भी संपन्न किया जाना है।

लो वोल्टेज की समस्या से मिल जाएगी मुक्ति

क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या आम है ।गर्मी के दिनों में बिजली की खपत बढ़ने से लो वोल्टेज की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है ।गेहूं ,गन्ना फसलों में सिंचाई के अलावा बढ़ती गर्मी में विद्युत उपकरणों के ज्यादा इस्तेमाल से लो वोल्टेज की समस्या इस कदर हावी हो जाती है कि घरों में बोर से पानी खींचने पंप नहीं चल पाते ।लिहाजा घरों में पीने के पानी की किल्लत बन जाती है ।बतौली विद्युत सब स्टेशन से दो ट्रांसफार्मरों के माध्यम से क्षेत्र में विद्युत सप्लाई की जाती है।बतौली के 40 पंचायतों के अलावा लुंड्रा क्षेत्र के सिलसिला,असकला और बरगीडीह सहित बेलकोटा तक विद्युत सप्लाई की जाती है ।इस वजह से बतौली क्षेत्र में काफी विद्युत मांग की वजह से वोल्टेज की समस्या बनी रहती है ।काराबेल स्टेशन निर्माण से बतौली जनपद क्षेत्र के अलावा सीतापुर और मैनपाट जनपद क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी ।सब स्टेशन निर्माण की घोषणा के समय इस संबंध में जिम्मेदार लोगों ने भारी भरकम दावे किए थे ,लेकिन 3 वर्षों में इन दावों की पोल खुल गई है ।कछुए की गति से चलने वाले काम की वजह से आमजन को काफी परेशानियों सामना करना पड़ रहा है ।बढ़ती गर्मी में इस वर्ष भी परेशानी में रहने वाली है। दैनिक जरूरतों में बिजली की कमी के अलावा खेती-किसानी सहित लघु उद्योग पर बिजली की कमी का असर व्यापक रूप से पड़ता है।

राजेश ओझा- असिस्टेंट इंजीनियर ट्रांसमिशन विभाग

शुरुआती दौर से ही कई चरणों में कार्य रुक गया था जिस वजह से अभी तक निर्माण पूरा नहीं हो पाया है ।जून तक कार्य पूर्ण पूर्ण हो जाने की पूरी उम्मीद की जा रही है ।विभागीय तौर पर पर्याप्त निगरानी ठेका प्राप्त कंपनी पर रखी जा रही है।