“चाउर वाले बाबा” से अधिक “कम्बल वाले बाबा” से प्रभावित है गृह मंत्री…

अंबिकापुर प्रदेश की भाजपा सरकार के 14 वर्ष पूरे हो चुके है.. और सरकार के मुखिया डॉ रमन सिंह को उनके कार्यकाल की बड़ी उपलब्धी चावल वितरण के लिए “चाउर वाले बाबा” की उपाधी दे दी गई.. और आज चाउर वाले बाबा की सरकार की उपलब्धियों को बताने सूबे के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा अंबिकापुर में पत्रकारों से मुखातिब हुए.. लेकिन इस दौरान सरकार की उपलब्धियों का रटा रटाया बयान देने के बाद मंत्री जी चाउर वाले बाबा से ज्यादा कम्बल वाले बाबा का गुणगान करते दिखे.. कम्बल वाले बाबा से करीबी के सवाल के जवाब में हर बार मंत्री जी बाबा की चमत्कारी शक्तियों का बखान करते रहे.. उन्होंने बताया की हमारे क्षेत्र में तो बाबा के कार्यक्रम में पांच हजार की भीड़ हुई थी लेकिन सीतापुर में जानकारी है की बीस हजार लोग आये थे.. सीतापुर में कम्बल वाले बाबा के इलाज के चक्कर में एक ग्रामीण की मौत हो जाने के सवाल पर मंत्री जी ने कह दिया की जो आया है उसको तो जाना ही है.. और फिर बाबा ने तो उसे इलाज कराने से मना नही किया था.. लिहाजा हर सवाल पर गृह मंत्री कम्बल बाबा की वकालत करते नजर आये.. बाबा में उनकी अटूट आस्था और श्रद्धा है ये बात साफ़ तौर पर देखी गई..

बहरहाल चाउर वाले बाबा ने चुनावी समर में सरगुजा का प्रभारी मंत्री उन्हें बनाकर सरगुजा की जिम्मेदारी दी है.. लेकन प्रभारी मंत्री महोदय चाउर वाले बाबा से अधिक कम्बल वाले बाबा की उपलब्धियों का बखान करते देखे गए.. लिहाजा शासन के गृह विभाग के मंत्री अंधविश्वास को इस कदर बढ़ावा दे रहे है कि जग्गी हत्या काण्ड में न्यायालय से बरी हो चुके जोगी को फिर से दोषी बताया… उन्होंने कहा की कोर्ट में तो कोई भी सबूत व गवाहों के आभाव में बच जाता है लेकिन ऊपर वाले की अदालत में नही बच सकता है.. दरअसल अमित जोगी ने गृह मंत्री पर गंभीर आरोप लगाये थे जिसके जवाब में मंत्री जी अमित जोगी पर तंज कस रहे थे और इस दौरान उन्होंने अमित को जग्गी हत्या काण्ड का दोषी बता दिया..