केन्द्रीय विद्यालय संगठन स्टेट अंतर्गत स्काउट्स गाईड्स प्रषिक्षण प्रारंभ 

राष्ट्रीय चरित्र निर्माण में महती भूमिका निभाएं – कलेक्टर 
अम्बिकापुर 18 अप्रैल 2015
केन्द्रीय विद्यालय अम्बिकापुर में आज केन्द्रीय विद्यालय संगठन राज्य भारत स्काउट्स एवं गाईड्स रायपुर संभाग के तहत आने वाले विद्यालयों के षिक्षक-षिक्षिकाओं का प्रषिक्षण प्रारंभ हुआ। यह प्रषिक्षण 24 अप्रैल तक संचालित होगा। इस कैम्प में प्रषिक्षण प्राप्त करने वाले प्रषिक्षक विद्यार्थियों को प्रषिक्षित करेंगे।
केन्द्रीय विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने प्रषिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में ज्ञान, विज्ञान एवं सूचना प्राप्ति के अनेक साधन उपलब्ध हैं। विष्व के किसी भी देष से संबंधित ज्ञान-विज्ञान एवं अन्य प्रकार की सूचनाएं हम कुछ ही क्षणों में प्राप्त कर सकते हैं। हमारे ज्ञान के स्तर में दिनोंदिन बढ़ोत्तरी हो रही है, किन्तु वर्तमान संदर्भ में ज्ञान-विज्ञान ने जितनी तरक्की की है उसी के अनुरूप लोगों के मानवीय मूल्यों में बढ़ोत्तरी नही हो पाई है। कलेक्टर ने कहा कि वैज्ञानिक तरक्की के साथ-साथ हमारे नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ होना भी आवष्यक है। आधुनिकता के साथ व्यक्ति का संवेदनषील, संस्कारवान एवं धैर्यशील होना आवष्यक है।
कलेक्टर ने अपने विद्यार्थी जीवन एवं प्रषासनिक अनुभव का उल्लेख करते हुए बताया कि स्काउट्स गाईड्स के विद्यार्थियों को scaut 2त्यागषीलता एवं सेवाभाव के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि अन्य विद्यार्थियों से अलग पहनावे के साथ ही साथ समाज को उनसे अपेक्षाएं भी ज्यादा होती है। कलेक्टर ने कहा कि स्काउट्स गाईड्स के विद्यार्थी अपने कार्य एवं व्यवहार से अपनी श्रेष्ठता साबित करें, समाज के लिए उच्च आदर्ष एवं नैतिक मूल्यों को स्थापित करें तथा राष्ट्रीय चरित्र निर्माण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि पुरानी एवं नई पीढ़ी के मध्य स्वाभाविक वैचारिक मतभेद बना रहता है। पुरानी पीढ़ी अपनी प्राचीन मान्यताओं को कायम रखने का प्रयास करती है, वहीं नई पीढ़ी आधुनिकता की दौड़ में शीध्रता से मंजिल पाने का प्रयास करती है। कलेक्टर ने कहा कि नई पीढ़ी में नैतिक मूल्यों, मानवीयता एवं समरसता का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने देष और समाज के हितों की चिंता करनी चाहिए।
कलेक्टर ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रषिक्षणार्थियों से कहा कि सरगुजा प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत मनोरम एवं शांतिप्रिय जिला है। प्रषिक्षण उपरांत अम्बिकापुर नगर एवं जिले के दर्षनीय स्थानों का भ्रमण करें तथा भ्रमण के दौरान प्राप्त खट्टे-मीठे अनुभवों से प्रषासन को अवगत कराएं तथा यहां की बेहतरी के लिए सुझाव भी दें। इस अवसर पर प्राचार्या श्रीमती सुनंदा अग्रवाल श्री व्ही.के. तिवारी सहित विद्यालयीन स्टाॅफ एवं प्रषिक्षणार्थी उपस्थित थे।