एनीकट का एप्रोच टूटा..पहुँच विहीन हुआ ग्राम कैराडांड..!

प्रतापपुर “राजेश गर्ग” 

पिछले दिनों क्षेत्र में लगातार बरस रहे बारिस के कहर में नगर के समीपस्थ ग्राम खोरमा कैराडांड के बीच बांक नदी पर बने एनीकट का एप्रोच बह गया। वही एनीकट के शेष बचे भाग में भे दरार पड़ चुकी है जो इसके निर्माण में अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा किये गए भ्रष्टाचार की कहानी खुद बयाँ कर रही है।

राज्य शासन द्वारा क्षेत्र की गरीब जनता किसानो के हित को ध्यान में रखते हुए 5 करोड़ की लागत से एनीकट का निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया था। क्षेत्र के किसानो को सिंचाई के साथ पहुच विहीन ग्राम कैराकांड के ग्रामीणों को नदी पार करने का मार्ग भी इसी एनीकट से उपलब्ध हो गया था। पर अधिकारियों की लापरवाही एवं ठेकेदार कली धन लोलुपता ने क्षेत्र की जनता के हितो की अनदेखी एवं शासन द्वारा आबंटित राशी का खुल कर दुरुपयोग किया जिससे यह एनीकट सरगुजा मे हुई बारिश का झटका बर्दास्त नहीं कर पाया।

लिहाजा एनीकट का साइड वाल एप्रोच टूट गया और और इस एनीकट के सहारे गावं से प्रतापपुर पढने आने वाले छात्र अब रास्ता ना होने की वजह से शिक्षा से महरूम है।

गौरतलब है की इस गाव के बच्चे एनीकट के के रास्ते स्कूल जाते थे लेकिन एनीकट क्षतिग्रस्त हो जाने से अब इन बच्चो का स्कूल जाना मुमकिन नहीं है। हालाकी इस गाव से निकलने का एक और रास्ता भी है जो घने जंगलो के बीच से होकर गुजरता है और इस रास्ते में छोटे नाले भी पड़ते है, बड़ी बात यह है की इस रास्ते में पड़ने वाले जंगल में हाथियों ने डेरा डाल रखा है। लिहाजा इस रास्ते का उपयोग कर सड़क तक आना जोखिम भरा हो सकता है।

निर्माण काल से ही सुर्खियों में था यह एनीकट

जल संसाधन विभाग द्वारा बनाया गया यह एनीकट अपने निर्माण के समय से ही ठेकेदार द्वारा तकनीकी मापदंडो की अनदेखी करने के मामले में सुर्खियों में रहा है। विभाग के एस.डी.ओ. कई बार परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से निर्माण काल के दौरान ठेकेदार को गुणवत्ता विहीन कार्य करने के लिए फटकार लगा चुके थे। इसके बाद भी निर्माण एजेंसी के मनमाने कार्यप्रणाली का परिणाम बारिश के बाद सामने आ गया है।

फिर पहुँच विहीन हुआ ग्राम कैराडांड

वर्षो से पहुँच विहें क्षेत्र होने का दंश झेल रहे खोरमा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम कैराडांड के रहवासियों को इस एनीकट से पंचायत मुख्यालय,स्कूल,जनपद,तहसील तक पहुचने की राह मिल गई थी पर इन ग्रामीणों को क्या पता था की यह एक एक स्वप्न बन कर रह जाएगा। और वे पुनः पहुच विहीन ग्राम के निवासी बन जाएंगे। और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा उन्हें विकाश और तरक्की की राह देने वाला यह एनीकट।

गृहमंत्री की उम्मीदों पर अधिकारियों ने फेरा पानी

दरअसल खोरमा-कैराडांड-प्रतापपुर क्षेत्र के किसानो के सिंचाई के लिए जल स्रोत उपलब्ध कराने एवं कैराडांड के निवासियों को वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से काफी प्रयासों के बाद गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने उक्त कार्य की स्वीकृति राज्य शासन से दिलाई थी, और समय समय पर इस निर्माण को अच्छे से कराने की हिदायत भी जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिए थे। इन सब बातो के बावजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने गृह मंत्री के निर्देशों को ताख पर रख कर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

जी.आर.चुरेंद्र….कलेक्टर सूरजपुर

इस मामले में सूरजपुर कलेक्टर ने पायनियर से चर्चा करते हुए कहा की टेक्नीकल अधिकारियों की टीम को भेज कर जाँच कराई जाएगी। एनीकट के पुनः निर्माण के लिए स्टीमेट बनाने के निर्देश भी दे दिए गए है। कलेक्टर ने यह भी बताया की ग्रामीणों के आवाजाही की समस्सया के लिए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश भी दे दिए गए है।

चन्द्र भान ध्रुव…एस.डी.ओ. जल संसाधन प्रतापपुर

जल संसाधन विभाग के एस.डी.ओ. ने पायनियर को बताया की कलेक्टर के निर्देश प्राप्त हो चुके है। कार्य का स्टीमेट बनाया जा रहा है। ग्रामीणों की आवाजाही चालू करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था एक सप्ताह में कर दी जाएगी।